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नैन सिंह रावत के 187वें जन्मदिन पर गूगल ने बनाया विशेष डूडल
By Deshwani | Publish Date: 21/10/2017 6:07:18 PM
नैन सिंह रावत के 187वें जन्मदिन पर गूगल ने बनाया विशेष डूडल

नई दिल्ली, (हि.स.)। वेब-सर्च-इंजन गूगल ने नैन सिंह रावत को उनके 187वें जन्मदिन पर विशेष डूडल बनाकर याद किया है। नैन सिंह को 19वीं सदी में पैदल ही नेपाल से होते हुए तिब्बत तक जाकर वहां के व्यापारिक मार्ग का मानचित्रण करने का गौरव प्राप्त है।

पंडित नैन सिंह रावत का जन्म पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी तहसील स्थित मिलम गांव में 21 अक्टूबर 1830 को हुआ था। वह 19वीं शताब्दी के उन पण्डितों में से थे जिन्होने अंग्रेजों के लिये हिमालय के क्षेत्रों की खोजबीन की। उन्होंने नेपाल से होते हुए तिब्बत तक के व्यापारिक मार्ग का मानचित्रण किया। उन्होंने ही सबसे पहले ल्हासा की स्थिति तथा ऊँचाई ज्ञात की और तिब्बत से बहने वाली मुख्य नदी त्सांगपो के बहुत बड़े भाग का मानचित्रण भी किया।
द ज्योग्राफिकल मैगजीन में 1876 में पहली बार उनके कार्यों पर लेख प्रकाशित हुआ था। पंडित नैन सिंह को उनके इस अद्भुत कार्यों के लिये देश और विदेश में कई पुरस्कार पदक भी मिले। रायल ज्योग्राफिकल सोसायटी ने उन्हें स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया था। पेरिस के भूगोलवेत्ताओं की सोसायटी ने उन्हें स्वर्णजड़ित घड़ी प्रदान की। उन्हें रुहेलखंड में एक गांव जागीर के रूप में और साथ में 1000 रुपये दिये गये थे। उनकी यात्राओं पर कई किताबें प्रकाशित हुई हैं। इनमें डेरेक वालेर की ‘द पंडित्स’ तथा शेखर पाठक और उमा भट्ट की ‘एशिया की पीठ पर’ महत्वपूर्ण हैं। भारतीय डाक विभाग ने उनकी उपलब्धि के 139 साल बाद 27 जून, 2004 को उन पर डाक टिकट जारी किया था। इस महान अन्वेषक का 1 फरवरी, 1895 में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया।
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