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आरुषि हत्याकांड : डॉक्टर तलवार दम्पति डासना जेल से रिहा
By Deshwani | Publish Date: 16/10/2017 5:26:16 PM
आरुषि हत्याकांड : डॉक्टर तलवार दम्पति डासना जेल से रिहा

गाजियाबाद, (हि.स.)। देश की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री आरुषि और हेमराज हत्याकांड मामले में तलवार दम्पति को सोमवार को डासना जेल से रिहा कर दिया गया। इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति बीके नारायण और न्यायमूर्ति एके मिश्रा की खण्डपीड ने तलवार दम्पति को 12 अक्टूबर को रिहा करने के आदेश पारित किये थे लेकिन रिहाई की प्रमाणित कॉपी नहीं आने के कारण उन्हें उस दिन जेल से रिहा नहीं किया जा सका था। सोमवार को यह प्रक्रिया पूरी करने के बाद डासना जेल से उन्हें रिहा कर दिया गया। 

डॉ राजेश तलवार व डॉ नूपुर तलवार का नोएडा सेक्टर-25 स्थित जलवायु विहार में फ्लैट है। उनके परिवार में बेटी आरुषि और नौकर हेमराज था। 15 मई, 2008 की रात्रि 12 से 1 बजे के बीच आरुषि व हेमराज की हत्या हो गयी।का शव अगले दिन दोपहर उसके बेडरूम में मिला जबकि हेमराज का शव दूसरे दिन उसी फ्लैट की छत पर बरामद हुआ था। आरुषि के शव की हालत देखकर लगता था कि हत्यारे ने उस पर काफी तेज वार किये होंगे। इसके बावजूद आरुषि की न तो कोई चीख निकली और न किसी को कोई शोरगुल सुनायी दिया। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल की, लेकिन कई गड़बड़ियों के चलते हत्या का खुलासा नहीं कर सकी। इसके बाद पुलिस ने 2010 में केस को बंद करने की अर्जी कोर्ट में डाल दी, लेकिन अदालत ने केस बंद करने से मना कर दिया और जांच सीबीआई को सौंप दी। जांच सीबीआई ने शुरू की तो एक के बाद एक सुराग हाथ लगते चले गए, हालांकि सीबीआई से भी कई बिन्दुओं पर चूक हुई। सीबीआई की रिपोर्ट पर गाजियाबाद की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने बेटी आरुषि व नौकर हेमराज की हत्या में डॉक्टर दम्पति को 26 नवम्बर, 2013 में दोषी पाया और ऑजीवन कारवास की सजा सुना दी। 
कोर्ट के आदेश को न स्वीकार करते हुए डॉक्टर के वकील ने इलाहाबाद कोर्ट में अपनी याचिका दायर की। गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट में पेश किये गए साक्ष्यों को यहां की कोर्ट में भी पेश किया गया। इलाहाबाद की हाईकोर्ट कोर्ट के न्यायामूर्ति बीके नारायण और न्यायमूर्ति एके मिश्रा की खण्डपीड ने 12 अक्टूबर को अहम फैसला देते हुए बेटी की हत्या के आरोप में तलवार दम्पति को बरी कर दिया। लेकिन कोर्ट से प्रमाणित कॉपी नहीं मिलने के कारण उनकी रिहाई नहीं हो सकी थी। डॉक्टर के वकील मनोज सिसोदिया ने बताया कि कोर्ट की प्रमाणित कॉपी मिल गई है। डासना जेल अधीक्षक ने कापी दिखाने के बाद सोमवार की शाम तलवार दम्पति को रिहा कर दिया। 
 
रिहाई की खुशी, बेटी को खोने का गम 
जेल से रिहा होने के बाद डॉक्टर राजेश तलवार डॉक्टर नुपूर को एक तरफ जहां खुशी है तो वहीं बेटी को खोने का मलाल है। रिहाई के बाद मीडिया से मुखातिब होते ही उनकी ऑखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा कि उनके आंख का तारा तो उनकी बेटी आरुषि थी, उसके जाने से जीवन वैसे भी अंधकारमय हो गया है। वे जीना नहीं चाहते है, लेकिन जो कलंक उन पर लगा था उसे भी मिटाना चाहते थे। कोई भी माता-पिता अपने बच्चों के लिए जान दे सकता है ना कि उनकी जान ले सकता है। उन्हें भरोसा था कि सत्य की जीत होगी और इसी सत्य की जीत हुई है। चार साल बाद वह जेल से रिहा हुए हैं। दीपावली के अवसर पर उनकी हुई रिहाई के बाद वह परिवार के साथ दिवाली तो मनायेंगे, लेकिन बेटी को कभी नहीं भूल पायेंगे। 
पुलिस सुरक्षा में तलवार दम्पति पहुंचेंगे 
गाजियाबाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिनारायण सिंह ने बताया कि जैसा कि डॉक्टर दम्पति के अधिवक्ता द्वारा सुरक्षा की मांग की है इसलिए उन्हें पुलिस सुरक्षा में घर ले जाया जायेगा। यह आदेश उन्हें भी प्राप्त हो चुका है और पुलिस सुरक्षा में डॉक्टर दम्पति को उनके घर छोड़ा जायेगा। 
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