नई दिल्ली, (हि.स.)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने रविवार को कहा कि अगर महिलाओं को उचित अवसर प्रदान किए जाएं तो वे देश का आर्थिक एवं सामाजिक परिदृश्य बदलने का माद्दा रखती हैं। राधामोहन सिंह ने रविवार को 'महिला किसान दिवस' के अवसर पर आयोजित एक समारोह का उद्घाटन करते के दौरान यह बात कही।
राधामोहन ने कहा कि वर्तमान सरकार की विभिन्न नीतियों जैसे जैविक खेती, स्वरोजगार योजना, भारतीय कौशल विकास योजना इत्यादि में महिलाओं को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि यदि महिलाओं को अच्छा अवसर तथा सुविधा मिले तो वे देश की कृषि को दूसरी हरित क्रांति की ओर ले जाने के साथ-साथ देश के विकास का परिदृश्य भी बदल सकती है।' उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा विभिन्न प्रमुख योजनाओं और कार्यक्रमों तथा विकास संबंधी गतिविधियों के अंतर्गत महिलाओं के लिए कम से कम 30 प्रतिशत धनराशि का आवंटन सुनिश्चित किया गया है।
राधामोहन सिंह ने जलवायु परिवर्तन से निपटने, प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण रोकने तथा उनका प्रबंधन करने में महिलाओं के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा कि महिलाएं कृषि में बहुआयामी भूमिकाएं निभाती हैं। वे बुआई से लेकर रोपण, निराई, सिंचाई, उर्वरक डालना, पौध संरक्षण, कटाई, भंडारण आदि सभी प्रकियाओं से जुड़ी हुई हैं। इसके अलावा कृषि से संबंधित अन्य कामों जैसे, मशीन प्रबंधन, चारा संग्रहण, दुग्ध और कृषि से जुड़ी सहायक गतिविधियों मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, सूकर पालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन में भी पूरी तरह सक्रिय रहती हैं। इस अवसर पर कृषि राज्यमंत्री कृष्णा राज भी मौजूद रही।