नई दिल्ली, (हि.स.)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मोदी सरकार पर अलग-अलग तरीकों से आमजन और युवाओं को परेशान करने का आरोप लगाया है। पार्टी का आरोप है कि एक तरफ तो स्टैंड-अप-इंडिया और सबको साथ लेकर चलने की बात की जा रही है दूसरी ओर कॉर्पोरेट घरानों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।
माकपा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वकांक्षी स्टैंड-अप-इंडिया योजना के तहत महज छह प्रतिशत एससी/एसटी युवाओं को ऋण मिलने संबंधी खबरें आने के बाद माकपा नेता सीताराम येचुरी ने मोदी और केन्द्र पर तीखा हमला बोला है।
माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वकांक्षी स्टैंड-अप-इंडिया योजना के तहत महज छह प्रतिशत एससी/एसटी युवाओं को ऋण को लेकर ट्वीट कर कहा, ‘प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रत्येक बैंक शाखा एससी/एसटी युवाओं को स्टैंड-अप-इंडिया योजना के तहत ऋण देगी। 18 महीने बाद महज छह प्रतिशत और प्रधानमंत्री चुप हो गये हैं, 16,000 गुना चुप।’
येचुरी ने कहा, ‘एक योजना की घोषणा करो, चारों ओर अपनी तस्वीर लगाओ, भाषण दो और फिर उसे भूल जाओ। फिर चाहे स्टार्ट-अप-इंडिया हो या स्टैंड-अप-इंडिया।'
येचुरी ने जय अमित शाह की कंपनी के टर्नओवर में अभूतपूर्व वृद्धि पर व्यंग्य करते हुए कहा, ‘स्टैंड-अप सिर्फ कुछ स्टार्ट-अप पर ही लागू होता है।'
येचुरी ने दूसरा मुद्दा उठाते हुए मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, ‘मोदी सरकार कॉर्पोरेट घरानों के 2 लाख करोड़ के ऋण माफ कर सकती है लेकिन आम जनता के हित में मेट्रो के किराए के लिए 3,000 करोड़ रुपये नहीं दे सकती है।' गौरतलब है कि डीएमआर ने मेट्रों में बढ़ा किराया मंगलवार से लागू कर दिया है।