नई दिल्ली, (हि.स.)। कांग्रेस ने अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी के टर्नओवर में अप्रत्याशित बढ़ोतरी को लेकर देशभर में हल्ला बोल अभियान चलाया है। इसके लेकर पार्टी ने देश के सभी बड़े शहरों में उठाने की रणनीति के तहत संवादादाता सम्मेलन आयोजित करने का फैसला किया है।
पार्टी ने लखनऊ में इसकी जिम्मेदारी राज बब्बर को दी है। रांची में आरपीएन सिंह को, रायपुर में रजनी पाटिल, पवन खेड़ा और भूपेश बघेल को, भुवनेश्वर में डॉ अजय कुमार और प्रसाद हरिचंद्रन को, कोलकाता में गौरव गोगोई को, गुवाहाटी में रिपन बोरा, तरुण गोगोई और देबब्रत सैकिया को, मुंबई में पृथ्वीराज चव्हाण और विखे पाटिल को, अहमदाबाद में जयराम रमेश, शिमला में वीरभद्र सिंह, रंजीत रंजन और सुखविंदर सुक्खू को, देहरादून- राज बब्बर, प्रीतम सिंह और इंदिरा हृदयेश, चंडीगढ़ में आरपीएन सिंह और अशोक तंवर को, बेंगलुरु में वीरप्पा मोइली, जबलपुर रणदीप सिंह सुरजेवाला और निलेश अवस्थी को इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने की जिम्मेदारी दी गई है।
हालांकि दिल्ली में इसकी शुरूआत कपिल सिब्बल और आनंद शर्मा ने की थी। इस मसले को पार्टी ने भाजपा के जवाब में ‘शाह-जादा’ नाम से हल्ला बोल शुरु किया है। पार्टी का आरोप है कि अमित शाह के बेटे जय शाह के पास 2013 में कोई अचल संपति नहीं थी लेकिन अब कंपनी के टर्नओवर में अप्रत्याशित बढ़ोतरी 80 करोड़ हो हुई है। कांग्रेस इसे अलग-अलग संस्थाओं से कर्ज लेकर बड़े स्तर पर मुनाफाखोरी करार दे रही है।