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भारतीय वायु सेना की 85वीं वर्षगांठ धूमधाम से सम्पन्न
By Deshwani | Publish Date: 8/10/2017 3:36:56 PM
भारतीय वायु सेना की 85वीं वर्षगांठ धूमधाम से सम्पन्न

 इलाहाबाद/लखनऊ, (हि.स.)। इलाहाबाद जनपद स्थित बमरौली में मध्य वायु कमान ने रविवार को भारतीय वायु सेना की 85वीं वर्षगांठ पर श्रद्धा-सुमन-समर्पण’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

इस अवसर को उत्साह, जोष व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इसके अलावा भारतीय वायु सेना के सम्मान में विविध कार्यक्रमों के आयोजन और पूर्ण सैन्य परम्परा के साथ शहीदों की स्मृति में श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। वहीं सैनिकों को राष्ट्र की सुरक्षा में भारतीय वायु सेना के प्रयासों में पूर्ण समर्पण और सत्यनिष्ठा के साथ योगदान देने की शपथ दिलायी गयी।
 
प्रातः काल मध्य वायु कमान के युद्ध स्मारक पर ‘श्रद्धा-सुमन-समर्पण’ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ, जिसमें एयर मार्शल एसबीपी सिन्हा एवीएसएम वीएम वायु अफसर कमांडिंग-इन-चीफ मध्य वायु कमान ने राष्ट्र की सेवा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर वायु योद्धाओं को श्रद्धांजलि अर्पित की। बिगुल की अन्तिम ध्वनि के साथ शहीदों के सम्मान में गारद द्वारा उल्टा शस्त्र सलामी दी गयी तथा सभी कार्मिकों ने दो मिनट का मौन रखा।
 
इस अवसर पर एयर मार्शल ने वायु अन्तरिक्ष सुरक्षा, समुचित अनुरक्षण अभ्यास, भौतिक व साइबर सुरक्षा तथा अनुशासन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए स्पष्ट किया कि ये सभी मुद्दे भारतीय वायु सेना की संक्रियात्मक क्षमता के अपरिहार्य अंग है, जिसे प्रत्येक योद्धा को हर समय अपने मस्तिष्क में सर्वोच्च प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। उन्होंने टीम वर्क की महत्ता पर बल दिया तथा पर्यवेक्षकों से अपील की कि युवा वायु सैनिकों को पूर्ण अनुशासित वायु योद्धा के रूप में ढालने हेतु उन्हें भरपूर प्रशिक्षण तथा मार्ग दर्शन देने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया जाये। 
 
कहा कि भारतीय वायु सेना आधुनिकता के मार्ग पर अग्रसर है। ऐसी स्थिति में उपलब्ध साजो-सामान की सही देखरेख, प्रशिक्षण और संसाधनों के सटीक उपयोग पर ध्यान केन्द्रित करने की आवश्यकता है। जनसंपर्क अधिकारी ग्रुप कैप्टन बीबी पान्डे ने बताया कि ‘रन फार फन’ के आगाज के साथ 24 सितम्बर को वायु सेना दिवस का शुभारम्भ हो गया, जिनमें समस्त वायुयोद्धा व उनके परिजनों ने हिस्सा लिया। मध्य वायु कमान मुख्यालय व वायु सेना स्टेशन, बमरौली के बीच वालीवाल एवं बास्कैट बाल मैच का आयोजन हुआ। 03 अक्टूबर को स्टेशन मेडिकेयर सेन्टर में सेवानिवृत्त वरिष्ठ वायु योद्धाओं के लिये स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि वायु सेना दिवस पर इस प्रकार के कार्यक्रमों को आयोजित करने का उद्देश्य है-वायु योद्धाओं व उनके परिजनों के अन्तर्मन में स्वाभिमान की अवधारणा को विस्तारित करना ताकि वे वायु सेना के सहभागी सदस्य के रूप में गौरव का अनुभव कर सकें।
उन्होंने बताया कि 08 अक्टूबर 1932 को अस्तिव में आई भारतीय वायु सेना अपनी शालीन शुरूआत से लम्बा सफर तय करते हुए आज विश्व की सर्वश्रेष्ठ, शक्तिमान और अपराजेय वायु सेनाओं में अपना महत्वपूर्ण स्थान बना चुकी है। आज भारतीय वायु सेना अपनी संक्रियात्मकता, सक्षमता और कोर वैल्यू- ‘मिशन, इंटिग्रिटी ऐण्ड एक्सेलेंस’ के रूप में सर्वत्र पहचानी जाती है। 
वायु अफसर कमांडिंग-इन-चीफ ने सतर्कता के साथ आयोजित स्कवायर परेड में असैनिक कार्मिकों सहित सभी वायु योद्धाओं को राष्ट्र की सेवा में पुनः समर्पित होने के लिए निष्ठा की शपथ दिलायी। 
उन्होंने मध्य वायु कमान के सभी कार्मिकों तथा उनके परिवार की खुशहाली के लिये अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की। मध्य वायु कमान को उपलब्धियों के मुकाम तक पहुंचाने और सामरिक प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में अपने-अपने स्तर पर दिये गये योगदान के लिये उन्होंने कमान मुख्यालय के प्रत्येक सेवाकर्मी के प्रयास की सराहना की। इस अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, रक्षा राज्य मंत्री तथा वायु सेनाध्यक्ष की तरफ से जारी संदेश को भी पढ़कर सुनाया गया।
 
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