नई दिल्ली, (हि.स.)। पूर्व उपप्रधानमंत्री और लोकसभा की आचार समिति के सभापति लालकृष्ण आडवाणी ने शनिवार को लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष बली राम भगत की 95वीं जयंती के मौके पर संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष में उनको भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राज्यसभा के महासचिव देशदीपक वर्मा तथा लोकसभा और राज्यसभा सचिवालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भगत को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
लोक सभा सचिवालय द्वारा कार्यक्रम में भाग लेने वालों को हिन्दी और अंग्रेजी में प्रकाशित बली राम भगत के जीवनवृत्त वाली पुस्तिका भेंट की गई। गौरतलब है कि वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानी तथा व्यापक संसदीय अनुभव के धनी और संसदीय प्रणाली के ज्ञाता, भगत को 5 जनवरी, 1976 को पांचवीं लोकसभा का अध्यक्ष चुना गया था। वह अंतरिम संसद, पहली, दूसरी, तीसरी, चौथी, पांचवीं, सातवीं और आठवीं लोकसभा के सदस्य रहे। केन्द्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने वित्त, योजना, रक्षा, विदेश, विदेश व्यापार और आपूर्ति, इस्पात और हैवी इंजीनियरिंग सहित अनेक महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार संभाला। उन्होंने फरवरी,1993 से चार महीने के लिए हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल तथा 30 जून, 1993 से एक मई, 1998 तक राजस्थान के राज्यपाल का भी कार्यभार संभाला। बिहार की राजधानी पटना में 1922 को जन्मे भगत आरा से छह बार लोकसभा के सदस्य भी रहे। भगत का निधन दो जनवरी 2011 को दिल्ली में हुआ था।