नई दिल्ली, (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को विकास दर में गिरावट और कम होते रोजगार के मुद्दे पर विपक्ष की आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि कुछ लोगों की आदत शल्य (महाभारत के किरदार) जैसी होती है, हमेशा नकारात्मक भाव पैदा करते रहते हैं। आंकड़ों सहित अपनी बात रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार में औसत सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 6 प्रतिशत रही है। पर हाल ही के समय में एेसा पहली बार हुआ है कि देश में विकास दर 5.7 प्रतिशत रही हो। पिछली सरकार में ऐसा 8 बार हुआ था। तब एेसा ऐसा भी कुछ बार हुआ है जब तिमाही विकासदर 0 के नजदीक पहुंच गई हो। हमारी सरकार में एेसा कभी नही हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा ‘पर शल्य एक वृति है, कुछ लोगो को नकारात्मक सोचने की आदत है। ऐसे लोगों को एक तिमाही की कमी बहुत अखरने लगती है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को भारतीय कंपनी सचिव संस्थान के कर्यक्रम को सम्बोधित यह बातें कहीं। अर्थिक वृद्धि दर में आई कमी को कुछ समय का बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ‘लकीर की फकीर’ नहीं है और हर प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘‘हम कमी से इनकार नही करते हैं, हम फैसला लेने के लिये तैयार हैं और स्थिति बदलने के लिये प्रतिबद्ध हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की वित्तीय स्थिरता को हर कीमत पर बरकरार रखा जायेगा और निवेश बढ़ाया जाएगा। व्यवस्था में बुनियादी बदलाव से यदि किसी को कोई दिक्कत आई है तो सरकार उसकी सहायता करने के लिए सरकार तैयार है।
विपक्ष पर हमलों का जबाव देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘समझ नहीं आता कि एेसे लोग कुछ लोग देश का हित साध रहे है या किसी और का हित साध रहे हैं।’’ रोजगार के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अब सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के साथ व्यक्तिगत क्षेत्र के विकास की दिशा में भी काम कर रही है और जो लोग आगे आकर कुछ नया करना चाहते हैं उन्हें प्रोत्साहन दे रही है। उन्होंने सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि देश में उनकी तीन साल की सरकार के दौरान कई विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इतना सब कुछ हो रहा है बिना रोजगार सृजन के हो रहा है क्या?’’
अर्थव्यवस्था को संस्थागत ईमानदारी की ओर ले जाने की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार रेबड़ी बांटने का काम नहीं करती है। उनकी सरकार बुनियादी बदलाव कर दीर्घकालिक परिणाम देने वाला काम कर रही है। देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बहुत से लोग उनकी सरकार के आर्थिक सुधारों के चलते ईमानदारी से व्यापार करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करेगी और उनके पिछले किये हुए कार्यों को नज़रअंदाज कर देगी।
उन्होने कहा, ‘‘अब ईमानदार को प्रीमियम मिलेगा ईमानदारों के हितों की रक्षा की जायेगी। पहले लोगों को सही रास्ते पर चलने से रोका गया था लेकिन अब पुराने रिकॉर्ड देखे जाएंगें ऐसा नही किया जायेगा, हम आगे के लिये आपके साथ है।’’