चंडीगढ़, (हि.स.) । रैली फॉर रिवर यात्रा के तहत देश के 13 राज्यों व 21 बड़े शहरों से होते हुए सदगुरु जग्गी वासुदेव का नदी अभियान शुक्रवार को चंडीगढ़ पहुंचा। स्थानीय टैगोर थिएटर में पहुंचने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी, पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर व चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर ने उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ से आए हुए हजारों लोगों को संबोधित करते हुए सदगुरु जग्गी वासुदेव ने कहा कि भारत का नदियों से नाता भारतीयों के जन्म से ही रहा है। यह पहला ऐसा देश है जिसके राष्ट्रगान में भी नदियों का उल्लेख है। पिछले दो दशक में भारत ने बुनियादी ढांचा विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व तरक्की की है लेकिन हमारे विकास में स्थायित्व नहीं है क्योंकि जलवायु परिवर्तन से पर्यावरण लगातार दूषित हो रहा है।
पिछले सात-आठ सालों से हालात चिंताजनक होते जा रहे हैं। विकास की अंधी दौड़ में आज 70 फीसदी हरियाली समाप्त हो चुकी है। हालात यह है कि आज किसान खेतीबाड़ी से मुंह मोड़ रहे हैं। किसान नहीं चाहते कि उनके बच्चे भी अब खेती करें। किसानों का पूरा ध्यान अपने बच्चों को शहरों या विदेश भेजने की तरफ है। इसका सबसे बड़ा कारण यही है कि किसानों के पास सिंचाई के साधनों का अभाव है।
सदगुरु जग्गी वासुदेव ने पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ के लोगों को नदियों को बचाने का आह्वान करते हुए कहा कि अगर हम चाहते हैं कि हमारी नदियों में 15 से 20 प्रतिशत पानी बढ़े तो इसके लिए कम से कम 15 से 20 वर्ष लगेंगे। इसके लिए नेताओं को राजनीति से हटकर भविष्य के लिए योजनाएं बनानी होंगी। उन्होंने कहा कि पंजाब का अर्थ ही पंज दरियाओं की धरती है लेकिन लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के कारण यह नाम आज बेमानी होता जा रहा है।
इससे पहले सदगुरु जग्गी वासुदेव का स्वागत करते हुए पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने कहा कि वह इस यात्रा के साथ पहले ही दिन कोयंबटूर से जुड़ गए थे। उन्होंने कहा कि भूमिगत जलस्तर में लगातार आ रही गिरावट के बाद अब यह कहा जाने लगा है कि तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए होगा। लगातार बढ़ रहे औद्योगीकरण व शहरीकरण ने नदियों को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है।
हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि यह जनजागरण यात्रा है। जिस तरह से महात्मा गांधी ने आजादी की लड़ाई के लिए जन-आंदोलन खड़ा किया था वैसे ही सदगुरु जग्गी वासुदेव द्वारा पानी के लिए जन आंदोलन खड़ा किया जा रहा है। सोलंकी ने कहा कि सरकारें केवल योजनाओं को बनाकर धरातल पर उतारती हैं, जनता उन्हें लागू करती है। प्राचीन काल में भारतीय सभ्यता की पहचान होती थीं नदियां, जो अब समाप्त होती जा रही हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने हरियाणा सरकार ने नदियों के संरक्षण के लिए चलाए जा रहे अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि समूचे हरियाणावासी इस मुहिम में शामिल होकर नदियों को बचाने का काम करेंगे। खट्टर ने कहा कि सदगुरु इस अभियान के माध्यम से लोगों को जोड़ने का काम भी कर रहे हैं। खट्टर ने हरियाणा सरकार द्वारा यमुना नदी तथा घग्गर नदी को स्वच्छ बनाने के लिए शुरू किए गए अभियान का भी उल्लेख किया। चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर ने सिटी ब्यूटीफुल के लोगों को नदी बचाने के लिए एकजुटता से अभियान चलाने का आह्वान किया।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह तथा उनकी कैबिनेट का कोई भी मंत्री सदगुरु जग्गी वासुदेव के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचा। इसके बावजूद पंजाब सरकार की तरफ से यहां पहुंचे पंजाब के अतिरिक्त मुख्य सचिव (विकास) एमपी सिंह ने ईशा फांउडेशन के साथ एक एमओयू साइन किया। इसके तहत पंजाब में नदियों के किनारे पेड़ लगाने तथा नदियों को साफ किया जाएगा।
पंजाब की कैंसर ट्रेन का भी किया उल्लेख: सदगुरु जग्गी वासुदेव ने आज चंडीगढ़ में अपनी बात रखते हुए पंजाब-हरियाणा के किसानों की दयनीय हालत पर भी अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने किसानों की आत्महत्याओं के साथ-साथ पंजाब के मालवा से राजस्थान की तरफ जाने वाली कैंसर ट्रेन पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यह सब दूषित पेयजल के कारण हो रहा है। जब तक हमारी नदियां व जलाशय साफ नहीं होंगे तब तक यह संकट बरकरार रहेगा।