संकल्प कोचिंग संस्थान की तीन दिवसीय व्याख्यान माला अक्टूबर में, सुषमा स्वराज लेंगी हिस्सा
नई दिल्ली, (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ी संस्था 'संकल्प' आईएएस कोचिंग संस्थान आगामी एक अक्टूबर से एनडीएमसी कन्वेंशन हॉल में तीन दिवसीय व्याख्यान माला आयोजित करेगा। इसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल के अलावा देश के कई नामचीन विषय विशेषज्ञ और पूर्व प्रशासक विभिन्न विषयों पर अपना विचार रखेंगे।
संकल्प के संगठन मंत्री कन्हैया लाल ने बताया कि व्याख्यानमाला में प्रत्येक दिन दो सत्र होंगे। पहला सत्र सुबह 10 से 11:30 बजे तक और दूसरा सत्र दोपहर 12 से 1:30 बजे तक होगा। एक अक्टूबर को आयोजित होने वाले दोनों सत्रों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल राष्ट्र संबोधित करेंगे। प्रथम सत्र का विषय राष्ट्र की भारतीय अवधारणा है जबिक दूसरे सत्र का विषय आधुनिक सभ्यता का संकट है।
व्याख्यानमाला के दूसरे दिन 2 अक्टूबर को पहले सत्र में मैसूर से पूर्व प्रशासक सी वी गोपीनाथ प्राचीन भारत में शासन प्रणाली एवं आचार नीति पर चर्चा करेंगे। इसके बाद दूसरे सत्र में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज वर्तमान सन्दर्भ में भारतीय भाषाओं की विश्व में प्रासंगिकता विषय पर अपना विचार साझा करेंगी।
व्याख्यानमाला के तीसरे व अंतिम दिन 3 अक्टूबर को पहले सत्र में पूर्व प्रशासक सेवाराम शर्मा देश की शिक्षा और विकास में भारतीय भाषाओं का महत्व विषय पर चर्चा करेंगे। इसके बाद दूसरे सत्र में विषय विशेषज्ञ सुशील पंडित जम्मू कश्मीर, अतीत वर्तमान और भविष्य विषय पर व्याखान देंगे।
सिविल सेवा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए संकल्प पिछले तीन वर्षों से व्याख्यानमाला का आयोजन कर रहा है। इसमें आईएएस की तैयारी कर रहे छात्रों के अलावा दिल्ली और एनीसाअर के वर्तमान और पूर्व प्रशासक के अलावा छात्रों को पढाने वाले फैक्लटी सदस्य हिस्सा लेते हैं। इस वर्ष यह तीसरा आयोजन होगा और इसमें 250 से 300 लोग शामिल होंगे। इस पहले दो वर्ष यह व्याख्यानमाला दीनदयाल शोध संस्थान में आयोजित की गई थी।
संकल्प की सर्वप्रथम व्याख्यानमाला को संघ के अखिल भारतीय बौद्धिक प्रमुख रहे रंगाहरि और संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल ने संबोधित किया था। दूसरे वर्ष आयोजित व्याख्यानमाला को पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी और स्वर्गीय अनिल माधव दवे के अलावा रामायण और महाभारत की वैज्ञानिक कालगणना करने वाली सरोज बाला ने संबोधित किया था।
उल्लेखनीय है कि संघ से जुड़े अवकाश प्राप्त प्रशासनिक अधिकारियों ने साल 2001 में दिल्ली में 'संकल्प' कोचिंग संस्थान की स्थापना की थी। इसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा की कोचिंग देना है।