ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राष्ट्रीय
एनडीएमए स्थापना दिवस पर विद्यालयों की सुरक्षा पर करेगा संगोष्ठी
By Deshwani | Publish Date: 27/9/2017 6:25:40 PM
एनडीएमए स्थापना दिवस पर विद्यालयों की सुरक्षा पर करेगा संगोष्ठी

नई दिल्ली, (हि.स.)। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह कल गुरुवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के 13 वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन करेंगे। इस वर्ष के स्थापना दिवस की थीम है ‘स्कूल सुरक्षा’। एनडीएमए ने गत वर्ष फरवरी में स्कूल सुरक्षा नीति पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दिशा-निर्देश जारी किये थे। स्थापना दिवस में सभी हितधारक देश में स्कूल सुरक्षा नीति को लागू करने के लिए रोड मैप, अपनी भूमिका और महत्वपूर्ण चुनौतियों पर विस्तृत विचार-विमर्श करेंगे। समारोह में बोट सुरक्षा तथा सांस्कृतिक विरासत स्थल सुरक्षा पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दिशा-निर्देश और 2015 की चेन्नई बाढ़ पर अध्ययन रिपोर्ट जारी की जाएगी। इस दिशा-निर्देश का उद्देश्य देश के स्कूलों में जोखिम झेलने की क्षमता को सुदृढ़ बनाना है। समारोह को दोपहर बाद केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू समापन भाषण देंगे। समारोह में एनडीएमए के सदस्य और अधिकारी, मानव संसाधन विकास मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरए) के अधिकारी, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम), केन्द्र सरकार के मंत्रालय/विभागों, राज्य सरकारों, पालिका आयुक्तों, जिला क्लेक्टरों, स्वंयसेवी संगठनों तथा एनडीएमए के पूर्व सदस्य और सलाहकार समिति के सदस्य शामिल होंगे। इसमें राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी), तकनीकी संस्थानों, केन्द्रीय विद्यालय संगठन तथा नवोदय विद्यालय समिति जैसे शैक्षिणिक संस्थानों, जिला शिक्षा अधिकारों, स्कूलों के प्रधानाध्यापक, शिक्षक और स्कूली बच्चे भी भाग लेंगे।

गौरतलब है कि विद्यालय किसी समुदाय के लिए जीवन ढांचा होते हैं और अध्ययन अध्यापन के लिए स्कूलों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। हाल के वर्षों में पूरे विश्व में स्कूलों की असुरक्षा के कारण बच्चों पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। इसलिए बच्चों के लिए सुरक्षित माहौल बनाना आवश्यक है।
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS