राष्ट्रीय
रामजन्मभूमि के चहुँओर हो अन्य धर्मों के स्थल, एमआईटी ने बनाया प्रस्ताव
By Deshwani | Publish Date: 27/9/2017 5:05:49 PMनई दिल्ली, (हि.स.) । राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद को सुलझाने के लिए पुणे के एमआईटी विश्व शांति विश्वविद्यालय ने एक नया प्रस्ताव तैयार किया है । इस प्रस्ताव के तहत सुझाव दिया गया है कि सौहार्दपूर्ण वातावरण को कायम रखने के लिए विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण किया जाए। और उसके चारों ओर अन्य धर्मों के प्रतीकों के लिए स्थान दिया जाए। जिससे सभी धर्मों को उचित सम्मान मिले और देश मे सौहार्दपूर्ण माहौल कायम हो । एमआईटी का इसके पीछे तर्क है कि रामजन्मभूमि बाबरी विवाद मात्र 2.77 एकड़ का है, जिसके लिए देश मे तनावपूर्ण माहौल बन जाता है। अब वक्त आ गया है कि सभी एकजुट होकर और मतभेद भुलाकर इस मसले का सर्वमान्य समाधान खोजें। एमआईटी ने बुधवार को यहां कॉंस्टीट्यूशन क्लब में इस प्रस्ताव की जानकारी दी। एमआईटी महात्मा गांधी जयंती (2 अक्टूबर) के अवसर पर कई विचारकों की उपस्थिति में केंद्र सरकार को यह प्रस्ताव सौंपेगा।
एमआईटी के प्रोफेसर डॉ. विश्वनाथ डी. कराड़ ने कहा कि प्रस्ताव मे हमने विवादित स्थल को छोड़कर 67 एकड़ जमीन पर, जो फिलहाल अनुपयोगी है, उसको हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, जैन, बौद्ध, पारसी, यहूदी इत्यादि धर्मों के धार्मिक स्थलों के निर्माण का प्रस्ताव दिया है। इससे विश्व मे शांति की संस्कृति को बढ़ावा मिले। हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार और न्यायालय में इस मुकदमे को लेकर 25 वर्षों से संघर्षरत पक्ष इस प्रस्ताव को स्वीकार कर सौहार्दपूर्ण माहौल सुनिश्चित करेंगे ।