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यशवंत ने गिरती अर्थव्यवस्था पर पूछे सवाल तो मचे सियासी बवाल
By Deshwani | Publish Date: 27/9/2017 2:24:33 PM
यशवंत ने गिरती अर्थव्यवस्था पर पूछे सवाल तो मचे सियासी बवाल

नई दिल्ली, (हि.स.)। अटल सरकार में वित्त मंत्री रहे भाजपा के बुजुर्ग नेता यशवंत सिन्हा के एक लेख से सियासी बवाल हो गया है| सिन्हा ने अपने लेख में केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों की जमकर आलोचना की है| उन्होंने साफ़-साफ़ लिखा है कि सरकार की गलत आर्थिक नीतियों की वजह से देश की अर्थव्यवस्था लड़खड़ाने लगी है| जीडीपी वास्तव में 3.7 फीसदी या उससे कम है, न कि 5.7 फीसदी। लेख में सिन्हा ने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि उन्होंने काफी करीब से गरीबी देखी है। ऐसा लग रहा है कि उनके वित्त मंत्री ऐसे काम कर रहे हैं कि वे सभी भारतीयों को करीब से गरीबी दिखाएं।
यशवंत सिन्हा के लेख से विपक्ष को सरकार पर प्रहार का मौका मिल गया है| कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने यशवंत के लेख के सहारे केंद्र की मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाए हैं। 
दरअसल अटल बिहारी सरकार में वित्त मंत्री रह चुके यशवंत सिन्हा ने मौजूदा वित्त मंत्री अरुण जेटली के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बाद मानहानि को लेकर अरुण जेटली से कानूनी लड़ाई लड़ रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस मौके को हाथ से जाने नहीं दिया और इसी को आधार बनाते हुए एक बार फिर मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं।
केजरीवाल ने पार्टी नेता आशीष खेतान के ट्वीट को री-ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है, 'राष्ट्र को यह जानना चाहिए कि अरुण जेटली केजरीवाल के खिलाफ अभियोग चलाने के लिए हर दूसरा दिन दिल्ली मैजिस्ट्रेट कोर्ट में बिताते हैं।'
इससे पहले पी चिदंबरम ने बुधवार को यशवंत सिन्हा के लेख के माध्यम से मोदी सरकार को निशाना बनाते हुए पूछा है कि क्या भाजपा की मोदी सरकार अब सच स्वीकार करेगी कि अर्थव्यवस्था चरमरा गई है।
चिदंबरम ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए एक के बाद एक चार ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि - यशवंत सिन्हा ने सत्ता का सच बयां किया है। क्या सत्ता अब यह सच स्वीकार कर सकेगी कि अर्थव्यवस्था डूब रही है। पहली सच्चाई यह है कि जीडीपी वास्तव में 3.7 फीसदी या उससे कम है, न कि 5.7 फीसदी। यह यशवंत सिन्हा ने कहा। दूसरी सच्चाई है कि जनता के दिमाग में डर पैदा करना नया खेल है। शाश्वत सत्य यह है कि सत्ता चाहे जो करे, अंततः सच्चाई सामने आकर रहती है।
राहुल गांधी ने यशवंत सिन्हा के लेख के बाद सरकार पर ली चुटकी। ट्विटर पर लिखा, 'देवियों और सज्जनों, मैं आपका को-पायलट और वित्त मंत्री बोल रहा हूं। कृपया अपनी सीटबेल्ट कसकर बांध लें। विमान के पंख टूट चुके हैं।'
यशवन्त सिन्हा ने एक अंग्रेजी अखबार के लिए लिखे लेख में कहा है कि नोटबंदी ने आग सरीखी जीडीपी में घी डालने का काम किया है। सिन्हा ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए नोटबंदी के फैसले पर सरकार के फैसले की आलोचना की है।
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