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''पेंसिल'' दिखाएगी दुनिया को राह : कैलाश सत्यार्थी
By Deshwani | Publish Date: 26/9/2017 1:39:10 PM
''पेंसिल'' दिखाएगी दुनिया को राह : कैलाश सत्यार्थी

नई दिल्ली, (हि.स.)। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा बाल श्रम रोकने के लिए पेंसिल पोर्टल जारी करने को एतिहासिक दिन करार दिया। सत्यार्थी ने कहा, 'आज भारत एक राजनीतिक इच्छा शक्ति के साथ विश्व को यह सन्देश दे रहा है कि हम बच्चों को अब पेंसिल के माध्यम से एक अधिकार देने जा रहे हैं| हमारे लिए यह बहुत भावुक पल है। पहली बार बाल श्रम के खिलाफ आंदोलन में देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह को देखकर बहुत खुशी महसूस हुई। पेंसिल के माध्यम से हम दुनिया के कई देशों को राह दिखा सकते हैं।' 
कैलाश सत्यार्थी ने यह बात मंगलवार को प्रवासी भारतीय केंद्र में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। सत्यार्थी ने कहा पेंसिल के माध्यम से बाल श्रम को रोकने में सफलता मिलने की उम्मीद है। अब लगता है कि बाल मजदूरी को भारत से पूर्णतः समाप्त किया जाएगा। उन्होंने केंद्र सरकार का बाल श्रम में न्यूनतम उम्र कानून में संशोधन के लिए आभार प्रकट किया। वहीं सत्यार्थी ने केंद्र सरकार से चाइल्ड ट्रैफिकिंग पर कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि उम्मीद है केंद्र इस पर जल्द निर्णय लेकर बिल को संसद में पारित करवाएगी। 
कैलाश सत्यार्थी ने हिन्दुस्थान समाचार से विशेष बातचीत में बताया कि वो आज रांची में अपनी यात्रा के दौरान दिल्ली आये है और तुरंत यात्रा के अगले पड़ाव के लिए प्रस्थान कर रहे हैं। सत्यार्थी ने कहा कि बचपन से जुड़े अपराधों पर लगाम लगाने के लिए फास्टट्रैक कोर्ट बनाने चाहिए जिससे इन सब मामलों में त्वरित न्याय मिले। उन्होंने कहा कि देश के बच्चों को बेचने वाले अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चहिये। बाल अपराधों के लिए एक अलग न्यायालय भी होना चाहिए जिससे इन अपराधों को रोका जा सके। उम्मीद है मोदी सरकार इस पर जल्द निर्णय लेगी। 
सत्यार्थी ने बताया कि उन्होंने बच्चों के यौन उत्पीड़न व चाइल्ड ट्रैफिकिंग के विरोध में भारत यात्रा की शुरुआत की है। सुरक्षित भारत सुरक्षित बचपन अभियान के तहत 35 दिनों तक 22 राज्यों के 11 हजार किमी की यात्रा का उनका कार्यक्रम है। सत्यार्थी ने गृहमंत्री राजनाथ की तारीफ़ करते हुए कहा कि वो बाल श्रम और बचपन के प्रति संजीदा हैं और देश के सर्वोच्च नेताओं में से एक राजनाथ अगर ऑपरेशन मुस्कान के बाद फिर से एक अभियान चलाएंगे तो बाल श्रम और चाइल्ड ट्रैफिकिंग रोकने में बड़ी सफलता मिलेगी। 
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