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देश के गरीबों का 'भाग्य' बदलेगा मोदी का मिशन 'सौभाग्य'
By Deshwani | Publish Date: 25/9/2017 10:24:39 PM
देश के गरीबों का 'भाग्य' बदलेगा मोदी का मिशन 'सौभाग्य'

नई दिल्ली, (हि स)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई योजना राष्ट्र को समर्पित की। इस योजना का नाम है सौभाग्य। पूरे संदर्भ में कहें तो प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर बिजली योजना। इस योजना के तहत मार्च 2019 तक देश के उन 4 करोड़ घरों तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है जहां अब तक बिजली का कनेक्शन नहीं है। नई दिल्ली के वसंत कुंज में नए बने दीनदयाल उपाध्याय ऊर्जा भवन का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने यह योजना भी घोषित की । केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और नव नियुक्त ऊर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर के सिंह भी इस समारोह में मौजूद रहे। इस योजना के तहत, शहरी हो या ग्रामीण, जो लगभग 4 करोड़ घर बिना बिजली के बचे हैं, उन्हें बिना किसी शुल्क के कनेक्शन दिया जाएगा। इसके साथ ही उन घरों को 4 एलईडी बल्ब, एक पंखा, एक बैटरी भी दी जाएगी। ऊर्जा मंत्रालय 5 वर्ष तक इसकी मरम्मत का खर्च भी उठाएगा।

 

दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिवस पर ही ओएनजीसी की ओर से आयोजित एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके सामने एक लक्ष्य भी रखा और एक चुनौती भी पेश की । प्रधानमंत्री ने कहा कि वे देश के युवाओं का आह्वान करें और प्रतियोगिताएं आयोजित कर रेसोई में सहज तरीके से इस्तेमाल हो सके, ऐसा बिजली से चलने वाला चूल्हा तैयार कराएं। अगर ऐसा हो जाता है तो गैस कनेक्शन, उसकी सब्सिडी, उज्जवला योजना आदि से मुक्ति मिल जाएगी। इस दौरान उन्होंने बिजली से चलने वाली कार का भी उल्लेख किया।

 

अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री ने देश में लंबे समय से चले आ रहे ऊर्जा संकट को भी याद दिलाया और पिछली सरकार तक कोयले की कमी, कोयला घोटाला और ग्रिड फेल हो जाने जैसी ‘ब्रेकिंग न्यूज’ पर भी तंज कसा। प्रधानमंत्री ने बताया कि वे भी मिट्टी तेल से जलने वाली ढिबरी के सामने बैठकर पढ़े हैं। इसलिए वे उससे होने वाले नुकसान से परिचित हैं। उन्हें इस बात का अहसास है कि बिजली के बिना जीवन कितना चुनौती भरा और कष्टकारी है। इसलिए उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में लालकिले से अपने पहले ही संबोधन में 1 हजार दिन के भीतर देश के 18 हजार बिजली बिहीन गांवों में बिजली के खंभे पहुंचाने का संकल्प व्यक्त किया था। अब तक 15 हजार गांवों तक बिजली पहुंच गई है। अब सौभाग्य योजना के तहत हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है। साफ है कि नरेन्द्र मोदी 2019 के लोकसभा चुनावों में उतरने से पहले हर घर तक बिजली पहुंचा देना चाहते हैं।

 

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों के कल्याण की अनेक योजनाओं को दोहराते हुए कहा कि गरीबों का सपना ही मेरी सरकार का सपना है। गरीबों के रोजमर्रा के जीवन में आने वाली कठिनाइयों को दूर करना मेरी सरकार का दायित्व है। गरीबों के जीवन में छाए अंधकार को दूर करने के लिए जरूरी है कि ऊर्जा के क्षेत्र में नित नए प्रयोग हों। बिजली सस्ती और सर्व सुलभ हो। प्रधानमंत्री ने कोयला का उत्पादन बढ़ने के साथ ही बिजली के उत्पादन और वितरण में उल्लेखनीय प्रगति पर संतोष जताया। इसके साथ ही उन्होंने ऊर्जा के परम्परागत स्रोतों के साथ ही गैरपरम्परागत ऊर्जा स्रोतों, खासकर सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा के उत्पादन बढ़ाने और उसकी कीमत कम करने पर जोर दिया।

 
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