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पाक की पहचान आतंकी देश के रूप में : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज
By Deshwani | Publish Date: 23/9/2017 10:27:27 PM
पाक की पहचान आतंकी देश के रूप में : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज

 न्यूयार्क, (हि.स.)। भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार की रात 72वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि पाकिस्तान की पहचान आतंकी देश के रूप में है | पाकिस्तान जितना पैसा आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिये कर रहा है, आतंकी शिविरों पर खर्च कर रहा है अगर उस पैसे को वह देश के विकास पर खर्च करे तो पाक के साथ -साथ पूरे विश्व में अमन चैन कायम होगा और पाकिस्तान में गरीबी दूर हो जाएगी और विकास हो जायेगा | भारत ने जहाँ डाक्टर, इंजीनियर व वैज्ञानिक पैदा किया है वहीँ पाकिस्तान ने दहशतगर्द-जेहादी , लश्करे तोयबा व हिजबुल मुजाहिद्दीन पैदा किया है | संयुक्त राष्ट्र महासभा आतंकवाद पर दो टुक फैसला करे | नजरिया एक हो और सभी देश आतंकवाद को अलग-अलग नजरिये से देखना बंद करें, एकजुट होकर आतंकवाद से लड़ाई लड़ी जाये तभी इससे पूरे विश्व को मुक्ति मिल सकेगी | 

 

72वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण में सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत देश गरीबी से लड़ रहा है और हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान हमसे लड़ रहा है, वह भी आतंकियों के सहारे | पाकिस्तान ने हैवानियत की हदें पार कर दी हैं | पाकिस्तान के वजीरे आजम के भाषण पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने मोहम्मद अली जिन्ना के बारे में शांति और दोस्ती के पैगाम देने की चर्चा की थी, मगर वह दिखता नहीं है जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो शांति और दोस्ती का पैगाम दिया है वह पूरा विश्व देख रहा है | पाकिस्तान के वजीरे आजम कश्मीर से जुड़े पुराने प्रस्तावों की चर्चा करते हुए कहा कि शिमला समझौता व कश्मीर समझौता में यह स्पष्ट है कि दोनों देश मिलकर की बातचीत से सुलझाएंगे | इसी परिपेक्ष्य में अपने इस्लामाबाद दौरे की भी चर्चा की जिसमें कम्प्रिहेंसिव बाईलेटरल डायलोग की बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें भी दोनों देशों को ही मिलकर समस्या का हल करने की बात हुई थी, मगर दुर्भाग्य है की बातचीत का सिलसिला रुकने का कारण भी पाकिस्तान ही है | 

 

सुषमा स्वराज ने भारत की प्रमुख नीतियों, योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि जनधन योजना में देश के 30 करोड़ लोगों को बैंक से जोड़ दिया गया है ताकि सीधा लाभ गरीबों को मिल सके | मुद्रा योजना और स्टार्टअप योजना की चर्चा करते हुए कहा कि इससे लोगों को रोजगार से जोड़ा जा रहा है जिसका लाभ 70 फीसदी महिलाएं उठा रही है | इसी तरह उज्ज्वला योजना से गरीब परिवारों को मुफ्त में गैस सिलेंडर व चूल्हे दिए गए हैं जिससे वैसे गरीबों के घर गैस का चूल्हा जला है जिन परिवारों नेसपने में भी ऐसा नहीं सोंचा था | इसी तरह बेटी बचाओ योजना, बेटी पढाओ योजना की भी चर्चा कर देश की सोच को दुनिया के सामने रखने में कामयाब हुईं | उन्होंने जोर देकर कहा की भारत की आजादी के 70 सालों में जीतनी भी सरकारें चुनकर आईं, उन सभी सरकारों ने विकास की बातें की और विकास की ही सोंचा भी |भारत ने वर्ष 2015 से वर्ष 2030 तक का लक्ष्य तय कर रखा है और उन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए देश को कठोर फैसले लेने होंगे | टिकाऊ विकास के लिए डिजीटल इण्डिया जैसे फैसले कुछ लिए भी जा चुके हैं | 

 

मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत प्रकृति में शांति की बात करता है | पूरे विश्व में शांति की बात करता है | न सिर्फ मानव जीवन बल्कि दृष्टि, वनस्पति,अन्तरिक्ष में शांति की बात करता है | संयुक्त राष्ट्र के महासचिव से हम उम्मीद करते हैं कि वासुदेव कुटुम्बकम की भावना के साथ जिस तरह भारत सबके कल्याण व सुखी होने की कामना करता है उसी तरह से संयुक्त राष्ट्र महासभा भी पूरे विश्व की शांति व सुखी होने की कामना करे| 

 

सुषमा स्वराज गत रविवार को न्यूयॉर्क पहुंची थीं और उन्होंने शुक्रवार को अधिकांश समय अपने भाषण को अंतिम रूप देने में बिताया। 

शुक्रवार को उन्होंने केवल एक ही द्विपक्षीय बैठक की। अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के साथ द्विपक्षीय बैठक में उन्होंने आतंकवाद तथा एच-1बी का मुद्दा उठाया। उन्होंने अमेरिका-भारत के बीच राजनीतिक तथा आर्थिक साझेदारी को मजबूत बनाने पर चर्चा की। अब तक विदेश मंत्री ने अन्य देशों के अपने समकक्षों के साथ 27 द्विपक्षीय बैठकें, 12 बहुपक्षीय बैठकें और दो त्रिपक्षीय बैठकें कीं।

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