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सरकार जनता के पाई-पाई बचाने के लिए संकल्पित : मोदी
By Deshwani | Publish Date: 23/9/2017 4:00:00 PM
सरकार जनता के पाई-पाई बचाने के लिए संकल्पित : मोदी

वाराणसी, (हि.स.)। दो दिवसीय काशी प्रवास के अन्तिम दिन शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को आरोग्य बनाने के लिए स्वच्छता का मंत्र दिया। प्रधानमंत्री मोदी बेघर लोगों के प्रति चिंता जताते हुये कहा कि 2022 आजादी का 75 वां साल होगा। सभी देशवासी संकल्प लें एक-एक बेहतर काम करने का। हमारा संकल्प है कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करेंगे। हर ऐसे परिवार को छत देंगे जिनके पास छत नहीं है। कहा कि बड़े मुश्किल से काम का बीड़ा उठाया है। मजाकिया और तंजिया लहजे में कहा कि मुश्किल काम मोदी नहीं करेगा तो कौन करेगा। कहा कि 2022 में जब करोड़ों की तादात में घर बनेगा तो यह यूरोप के एक छोटा देश बनाने जैसा होगा। इतने नये घर बनेंगे कि इसमें प्रयुक्त होने वाली लकड़ी ईंट सीमेन्ट से करोड़ों किसानों मजदूरो,राजगीरों को रोजगार का नया अवसर मिलेगा। 

सूबे की पिछली सरकार पर तल्ख पीएम ने कहा कि मैं सरकार को बेघरों के लिए योजना बनाने को कहता रहा, लेकिन सरकार को गरीबों की चिन्ता नहीं रही, मेरे काफी दबाब पर दस हजार लोगों के आवास की सूची दी। लेकिन अब योगी सरकार हैं जिसने अपने 6 माह के कार्यकाल में ही लाखों लोगों ने घर के लिए अपना नाम रजिस्टर करा लिया। 

योगी सरकार की पीठ ठोकते हुए पीएम ने कहा कि वाराणसी को 31 दिसम्बर 2017 और पूरे प्रदेश को दो साल के अन्दर खुले में शौच से मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। पीएम ने कूड़े से बिजली बनाने,एलईडी बल्व से अकेले वाराणसी में 125 करोड़ की बचत का हवाला देकर कहा कि सरकार जनता के पाई-पाई बचाने के लिए संकल्पित है। देश में कालाधन भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ा है। गांव-गरीब-शहर के विकास का मंत्र लेकर चल रहा हूं। सभा के भारी भीड़ से उत्साहित पीएम ने लोगों से आत्मीयता जता कहा कि हजारों लोग धूप में खड़े हैं, उनसे क्षमा। मेरी व्यवस्था कम पड़ गई। मगर मेरा आप लोगों से ये वादा है कि आप लोगों की ये तपस्या व्यर्थ नहीं जाएगी।

वे अपने संसदीय क्षेत्र में लगभग एक हजार करोड़ की 17 परियोजनाओं का लोकापर्ण और पांच का शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान को नया धार दिया।

आराजी लाइन ब्लाक के शहंशाहपुर गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के 11 लाभार्थियों को प्रमाण पत्र देकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गंदगी में कोई जीना पसन्द नहीं करता। लोगों को अपनी मानसिकता बदलनी होगी। गंदगी हम करेंगे तो सफाई भी मुझे ही करना होगा। कहा कि स्वच्छता हमारी जिम्मेदारी है। गांव नगर को स्वच्छ रखने से काम नहीं चलेगा। स्वच्छता हर परिवार,हर नागरिक की जिम्मेदारी है।

यूनिसेफ के एक सर्वे का हवाला देकर कहा कि हर परिवार बीमारी में सालाना पचास हजार रूपये खर्च करता है। अगर वह स्व्च्छता का मंत्र अपना लें तो यह राशि बच जायेगी। और वह घर के दूसरे काम में आयेगी। 

शंहशाहपुर के मुसहर बस्ती का हवाला देकर कहा कि आज जब मैं वहां शौचालय निर्माण के लिए श्रमदान करने गया तो देखा कि गांव के शौचालय पर इज्जतगढ़ लिखा था। दार्शनिक अंदाज में कहा कि सचमुच शौचालय इज्जतगढ़ है। जिसको अपनी मां बहन के इज्जत की चिंता है वह इज्जतगढ़ बनवायेगा। 

पशुओं के लिए आरोग्य मेले के आयोजन की जमकर सराहना के बाद कहा कि आजादी के 75 साल तक इस तरह का अभियान नहीं चला। पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोलकर कहा कि राजनीति की एक स्वभाव होती है। वह उसी काम को पसन्द करता है जिसमें उसके वोटों की सम्भावना बनती है। वह वोट बैंक मजबुत करने वाला कार्य करता है। लेकिन हम अलग संस्कृति के हैं। हमारे लिए सबसे बड़ा देश है। हमारी प्राथमिकता वोटों से तय नहीं होती। कहा कि इन पशुओं से वोट नहीं मिलना। फिर भी योगी सरकार ने मेला लगाया और पूरे प्रदेश के हर जिले में कराने का संकल्प लिया इसके लिए उन्हें बधाई है। 

पशुधन आरोग्य मेले से किसानों की आय बढ़ेगी और दूग्ध उत्पादन बढ़ेगा। कहा कि काशी और उत्तर प्रदेश के किसानों की आय में वृद्धि के लिए गुजरात सरकार और पराग डेरी आगे आयी है।

सभा में सूबे के राज्यपाल रामनाइक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा.महेन्द्र पांडेय, नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद रहे।

इसके पूर्व पीएम ने श्रीमती गीता देवी पति बाबू लाल निवासी अवलेशपुर, देवी पत्नि अफसर निवासी करघना, श्रीमती मीना पति केदार निवासी व्यासपुर चिरईगांव,सुन्नर पुत्र रविभाल निवासी शहंशाहपुर,मदीना पत्नि हैदर निवासी वनकट,शहरी क्षेत्र गिरजाशंकर निवासी पहड़िया,रीमा देवी,संगीता देवी,जानकी को पीएम आवास योजना का प्रमाण पत्र सौंपा।

स्वच्छता अभियान में शौचालय निर्माण के लिए गड्ढों में ईंट रखा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुबह शहंशाहपुर स्थित अनुसूचित जाति बस्ती (मुसहर बस्ती)में पहुंचे। जहां गांव के प्रधान चंद्रकला के अगुवाई में पांच बालिकाओं ने उनका स्वागत दुपट्टा पहना कर किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभि‍यान के तहत शौचालय नि‍र्माण के लिए दो गड्ढे पर दो ईट रखा। 

पीएम ने कहा कि नवरात्र में शौचालय की नींव रखना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। स्वच्छता ही मेरी पूजा है। ग्रामीणों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया। गांव वालों ने पीएम से वादा किया कि दो अक्टूबर तक गांव को ओडीएफ (खुलें में शौच से मुक्त)बना देंगे। पीएम ग्रामीणों के इस जबाब से खुश हो गये। इस दौरान पीएम ने मौजूद ग्रामीणों महिलाओं से बातचीत की। ग्रामीण महिलाओं ने जब उनका चरण स्पर्श किया तो उन्होंने आशीर्वाद देकर हालचाल पूछा। बच्चों खासकर विकलांग बच्चों के सिर पर हाथ भी फेरा। जिस ग्रामीण अरविंद के जमीन पर शौचालय का नींव रखा। उसने और उसकी पत्नि ने जब पीएम का चरण स्पर्श किया तो पीएम ने अरविन्द के कंधे पर स्नेह से हाथ रख उसे पुचकारा और हाल चाल लिया। 

इस दौरान राज्यपाल रामनाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा.महेन्द्र पांडेय भी मौजूद रहे। ग्राम प्रधान चंद्रकला के पति किश्लेश्वर सिंह ने बताया अरविन्द और उसके परिजन राजकुमार को एक-एक कमरा और शौचालय दिया जायेगा। इन्हीं की जमीन पर पीएम ने श्रमदान किया है। अरविंद और उसकी पत्नी कांति पीएम मोदी से मिलकर बेहद प्रसन्न रहे।

पशुधन आरोग्य मेला का किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शहंशाहपुर गांव में स्थित पशुधन प्रक्षेत्र के नवनिर्मित भवन को लोकार्पित किया। इस दौरान पशुओं के लि‍ए अस्पताल,कृत्रि‍म गर्भाधान केंद्र का उद्घाटन कर दुल्हन की तरह सजे पशुधन प्रक्षेत्र में आयोजित 'पशु आरोग्य मेले' का शुभारंभ किया। केन्द्र में घुम-घुम कर पीएम ने गंगातीरी समेत अन्य प्रजाति की गायों को देखा। गायों के रखरखाव के बारे में जानकारी ली। इस दौरान पीएम पशु विशेषज्ञों से काफी देर तक आत्मीयता से बातचीत कर पूरी कार्य प्रणाली जान सुझाव भी दिया।

खास बात यह है कि इस गांव में 1950 में स्थापित राजकीय पशुधन एवं कृषि प्रक्षेत्र

में लगभग तीन हजार से अधिक गंगातीरी गाय हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केन्द्र में आना पूर्वांचल और बिहार में गंगा के तटवर्ती इलाकों में ही पाई जाने वाली गंगातीरी गायों को नई पहचान दिलाने में मददगार साबित होगा। पीएम के आने से यहां के 323 गोवंश के बारे में पहचान बड़ी। 

उत्तर प्रदेश पशुधन विकास परिषद के उप निदेशक डॉ. जेपी सिंह के अनुसार गंगातीरी गाय के संरक्षण और संवर्धन के लिए उन्नत नस्ल के सांड़ों के सीमन कलेक्शन और स्टोरेज का काम शुरू हो चुका है। 41 गायों की ब्रीडिंग भी हो चुकी है। ब्रीड को अपग्रेड करने के दिसंबर तक नतीजे आने की उम्मीद है। यहां की गायों के मूत्र पर स्वंयसेवी संस्था सुरभि शोध संस्थान काम कर रहा है।

डीरेका गेस्ट हाउस में शिक्षा मित्र प्रतिनिधि मंडल से मिले

डीरेका गेस्ट हाउस में शनिवार सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समायोजन बहाली को लेकर आन्दोलनरत शिक्षा मित्रों के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मिले। प्रधानमंत्री प्रतिनिधिमंडल की बात ध्यान से सुनी। इस दौरान शिक्षामित्रों ने पीएम से दुखड़ा रोकर अपना पक्ष रखा। साथ ही इस मामले में पीएम से हस्तक्षेप करने की मांग की। पीएम ने बोला कुछ नही लेकिन उनकी बात सुनकर गम्भीर दिखे। शिक्षोमित्रों को एलआइयू तथा जिला प्रशासन की टीम लेकर गेस्ट हाउस पहुंची थी। 

शहंशाहपुर की ऐतिहासिक पहचान

वाराणसी से लगभग 30 किलोमीटर दूर शहंशाहपुर गांव लगभग 450 वर्ष पहले मुगल शहंशाह हुमायूं ने रात्रि विश्राम किया था। हुमायूं शेरशाह सूरी से चौसा के युद्ध में पराजित होने के बाद देर रात गंगा नदी पार कर इस गांव पहुंचा था। स्थानीय लोग कहते हैं कि उसी समय गांव की एक वृद्धा ने उन्हें अपनी झोपड़ी में शरण दी थी। वृद्धा को मालूम नहीं था कि वह मुगल बादशाह हुमायूं हैं। कई बरस बाद जब हुमायूं के सैनिक गांव पहुंचे तो वहां के निवासियों को पता चला कि रात्रि विश्राम करने वाला मेहमान कौन था। फिर गांव का नाम शहंशाहपुर रखा गया। जो पहले कालूपुर के नाम से जाना जाता था। 

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