ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राष्ट्रीय
परंपरागत स्ट्रीट लाइट के स्‍थान पर 30 लाख एलईडी लगा सड़कों को रोशन किया
By Deshwani | Publish Date: 20/8/2017 1:11:22 PM
परंपरागत स्ट्रीट लाइट के स्‍थान पर 30 लाख एलईडी लगा सड़कों को रोशन किया

नई दिल्ली, (हि.स.)। केंद्र सरकार ने परंपरागत स्ट्रीट लाइटों के स्थान पर 30 लाख से अधिक एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाई हैं। ऐसा करने न केवल सडकें रौशन हुई हैं बल्कि सालाना 39 करोड़ केडब्ल्यूएच ऊर्जा की भी बचत हुई है।

 

भारत सरकार के राष्ट्रीय स्ट्रीट लाइटिंग कार्यक्रम (एसएलएनपी) के तहत देश भर में 30 लाख एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाकर 50 हजार किलोमीटर लंबी सड़कों को रोशन किया गया है। यह मील का पत्थर साबित हुआ है। इसकी बदौलत विद्युत मंत्रालय के प्रशासन के अधीनस्‍थ भारत सरकार की कंपनी एनर्जी एफि‍सिएंसी सर्विसेज लिमिटेड दुनिया की सबसे बड़ी स्ट्रीट लाइट प्रबंधन कंपनी बन गई है।

 

30 लाख एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने के परिणामस्वरूप वार्षिक 39 करोड़ केडब्ल्यूएच ऊर्जा की बचत हुई है। इससे शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) के मामले में 104.19 मेगावाट से अधिक की क्षमता से बचा गया। इसके अलावा, इससे सालाना 3.29 लाख टन सीओ2 की कमी करने में भी मदद मिली है।

 

इसके अलावा, लाइट्स की बड़े पैमाने पर खरीद की बदौलत एलईडी स्ट्रीट लाइट्स की खरीद कीमत 135 रुपये प्रति वाट से घटकर 80 रुपये प्रति वाट के स्‍तर पर आ गई है।

 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS