राष्ट्रीय
रोक के बावजूद आरएसएस प्रमुख ने केरल के कर्नाकेयमन स्कूल में फहराया तिरंगा
By Deshwani | Publish Date: 16/8/2017 10:18:17 AMबेंगलुरु (कर्नाटक) /पलक्कड (केरल), (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने प्रशासनिक विरोध के बावजूद केरल के कर्नाकेयमन स्कूल में तिरंगा फहराया । कलेक्टर ने स्कूल को एक मेमो जारी कर कहा था कि कोई नेता सरकार से सहायता प्राप्त स्कूल में भारतीय ध्वज नहीं फहरा सकता है । स्कूल में कोई शिक्षक या निर्वाचित प्रतिनिधि ही तिरंगा फहरा सकता है मगर किसी राजनीतिक हस्तियों को इसकी इजाजत नहीं है । बावजूद स्कूल प्रबंधन ने आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत से ही झंडोत्तोलन करवाया |
उल्लेखनीय है कि स्कूल आरएसएस समर्थकों का है और उन्होंने भागवत को भारत के स्वतंत्रता दिवस पर मुख्य अतिथि के तौर पर झंडोत्तोलन के लिए आमंत्रित किया था | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख, डॉक्टर मनमोहन वैद्य ने इसपर आपत्ति जतायी और कहा कि ‘हम केरल के सीपीआई-एम की अगुवाई वाली सरकार द्वारा ऐसी गलत कार्रवाइयों की निंदा करते हैं जो स्वतंत्रता दिवस मनाए जाने के मूल नागरिक अधिकारों का हनन करता है। दूसरी तरफ भाजपा ने भी कलेक्टर के इस आदेश को गैर-जरूरी बताया | आरएसएस का कहना है कि झंडा कोड के मुताबिक, स्वतंत्रता दिवस पर कोई भी स्कूल में ध्वजारोहण कर सकता है, किसी पर भी रोक नहीं लगाई जा सकती |
दूसरी तरफ आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के झंडोत्तोलन का माकपा और कांग्रेस ने विरोध किया और घटना की निंदा करते हुए कहा कि जब जिला कलेक्टर और पुलिस ने कर्नाकेयमन स्कूल के प्रबंधन से भागवत द्वारा झंडोत्तोलन किये जाने से रोका था, फिर स्कूल प्रबंधन ने ऐसा करके गलत किया है | पल्लकड के लोकसभा सदस्य और माकपा नेता एम. बी. राजेश ने कहा कि यह राज्य के कानून का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन है । केरल सरकार इस स्कूल का वित्त पोषण करती है और स्कूल प्रबंधन को कायदे-कानूनों का पालन करना चाहिए। अलप्पुझा से लोकसभा सदस्य और कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल ने भी कहा कि आरएसएस और भाजपा ने कर्नाकेयमन स्कूल में झंदोतोल्लन कर अपनी छिपी मानसिकता को उजागर कर दिया है |