ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राष्ट्रीय
आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं, जारी रहेगी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई : प्रधानमंत्री
By Deshwani | Publish Date: 15/8/2017 1:41:27 PM
आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं, जारी रहेगी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई : प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, (हि.स.)। राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत वाह्य और आंतरिक चुनौतियों का सामना करने में पूर्ण सक्षम है पर धार्मिक आस्था के नाम पर हिंसा हरगिज बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने भ्रष्टाचार और कालाधन के विरुद्ध लड़ाई जारी रखने के अपने इरादे को जाहिर करते हुए 2022 तक देश को भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कश्मीर की समस्या को गोली और गाली की बजाय कश्मीरिय़ों को गले लगाकर सुलझाने की बात भी कही। उन्होंने गोरखपुर में हुई बच्चों की मौत पर शोक भी जताया।

स्वतंत्रता दिवस की 70वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए अपने 57 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री ने उन सभी पहलुओं का जिक्र किया जो देश में मौजूदा समय में चर्चा के केंद्र में हैं। वाह्य व आंतरिक चुनौतियों, भ्रष्टाचार व कालाधन, जीएसटी, कश्मीर मसला, तीन तलाक और धार्मिक आस्था के नाम पर हिंसा जैसे मसलों पर उन्होंने अपनी बात रखी। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है| हम सभी क्षेत्रों में अपने देश की रक्षा करने में सक्षम हैं। भारत किसी भी मोर्चे जमीन, जल और साइबर के क्षेत्र में हर चुनौती का मुकाबला करने को तैयार है।

प्रधानमंत्री ने वाह्य चुनौतियों के साथ ही आंतरिक चुनौतियों को भी गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि धार्मिक आस्था के नाम पर हो रही किसी तरह की हिंसा हरगिज बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ दिए गए “भारत छोड़ो” की तर्ज पर सामाजिक सौहार्द्र और शांति को बढ़ावा देने के लिए “भारत जोड़ो ” का नारा दिया।

उन्होंने कहा कि गरीबों को लूटकर के तिजोरी भरने वाले लोग आज भी चैन की नींद नहीं सो पा रहे हैं| इससे मेहनतकश और ईमानदार व्यक्ति का भरोसा बढ़ता है। ईमानदार को लगता है कि हां, अब मैं ईमानदारी के रास्ते पर चलूंगा तो मेरी ईमानदारी का भी कोई मूल्य है। आज माहौल बना है कि ईमानदारी का महोत्सव मनाया जा रहा है और बेईमानी के लिए सिर छुपाने की जगह नहीं बच रही है। ये काम एक नया भरोसा देता है। बेनामी संपत्ति रखने वाले, कितने सालों तक कानून लटके पड़े थे। अभी-अभी तो हमने कानून की विधिवत रूप से व्यवस्था आगे बढ़ाई। इतने कम समय में 800 करोड़ रुपए से ज्यादा बेनामी संपत्ति सरकार ने जब्त कर ली है। जब ये चीज होती है तब सामान्य मानव के मन में एक विश्वास पैदा होता है कि ये देश ईमानदार लोगों के लिए है। प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार और कालाधन के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की सरकार की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने जीएसटी का जिक्र करते हुए कहा कि देश में अनेक राज्य हैं, केन्द्र सरकार है। जीएसटी ने देश को एक नई ताकत दी है| एक नया परिणाम नज़र आया है। यह नई कर प्रणाली सफल साबित हुई है। इस कर प्रणाली के बाद राज्य सीमाओं से चेकपोस्ट हटे हैं और माल लाने व ले जाने में 30 प्रतिशत समय की कमी आई है और करोड़ों रुपए की बचत हुई है। उन्होंने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि नोटबंदी से लगभग 2 लाख करोड़ रुपए का कालाधन बैंकों में आया और करीब 1.75 लाख करोड़ रुपये की राशि जांच के घेरे में है।

लाल किले की प्राचीर से चौथी बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कश्मीर के हालात की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि ‘न गाली से समस्या सुलझने वाली है न गोली से। समस्या सुलझेगी हर कश्मीरी के गले लगाने से।’ उन्होंने कहा कि चंद अलगाववादी तत्व कश्मीर में समस्यायें पैदा करने के लिए विभिन्न चालें चलते हैं पर आतंकवाद के प्रति नरमी नहीं बरती जाएगी। सरकार कश्मीर को फिर से स्वर्ग बनाने के लिए संकल्पबद्ध है।

मुस्लिम समाज में तीन तलाक की प्रथा के खिलाफ महिलाओं की लड़ाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके आंदोलन ने इस प्रथा के खिलाफ पूरे देश में एक माहौल तैयार कर दिया है। हर देशवासी उन्हें यह अधिकार दिलाने में उनके प्रयासों में उनके साथ है।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर मेडिकल कालेज में 70 से ज्यादा बच्चों की मौत की घटना पर दुख प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के 125 करोड़ देशवासियों की संवेदनाएं उनके साथ हैं| सरकार पीड़ित परिवारों की यथासंभव मदद करेगी। प्रधानमंत्री ने इस घटना को प्राकृतिक आपदा बताया। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाएं बड़ी चुनौती बन गई हैं। अच्छी वर्षा से देश की संपत्ति बढ़ती है किंतु मौसम में बदलाव के कारण समस्यायें उत्पन्न हो रही हैं। हाल में देश के कई हिस्सों में प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ा है। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार लोगों की भलाई और सुरक्षा सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS