राष्ट्रीय
मानव रहित क्रॉसिंग पर सुरक्षा उपायों के लिए सेटेलाइट आधारित प्रणाली होगी इस्तेमाल
By Deshwani | Publish Date: 11/8/2017 5:44:45 PMनई दिल्ली, (हि.स.)। रेलवे अपने बिना चौकीदार वाले समपार गेटों (मानव रहित क्रॉसिंग) पर आये दिन होने वाले हादसों को टालने के लिए सुरक्षा उपायों के तहत सेटेलाइट आधारित प्रणाली का इस्तेमाल शुरू करेगा। इसके लिए फिलहाल दो परीक्षण परियोजनाएं प्रगति पर हैं और इसके सकारात्मक परिणाम आने पर इसे अपनाने पर विचार होगा।
रेल राज्यमंत्री राजेन गोहेन ने यह जानकारी शुक्रवार को राज्यसभा में एक लिखित प्रशन के जवाब में दी। उन्होंने बताया कि भारतीय रेल के बिना चौकीदार वाले समपार गेटों (मानव रहित क्रॉसिंग) पर चेतावनी के लिए सेटेलाइट आधारित प्रणाली का विकास और कार्यान्वयन को रेल अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) व रेल मंत्रालय और अंतरिक्ष अनुप्रयोग केन्द्र व भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (एसएसी/इसरो) द्वारा शुरू किया गया है। इसके अलावा बिना चौकीदार वाले समपार गेट पर गाड़ी के पहुंचने से पहले सड़क उपयोगकर्त्ताओं को सचेत करने के लिए एक ‘’उपयुक्त और व्यवहार्य वंडल-प्रूफ एडवांस वार्निंग सिस्टम’’ (रेडियो एंड रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन पर आधारित) का विकास और कार्यान्व्यन आईआईटी, कानपुर के सहयोग से आरडीएसओ द्वारा एक समपार गेट पर शुरू किया गया था।
उन्होंने बताया कि प्रस्तुत की गई रिपोर्ट के आधार पर, आरडीएसओ अब आईआईटी/कानपुर के सहयोग से प्रणाली की क्षमता की जांच करने के लिए 10 बिना चौकीदार वाले समपारों पर विस्तारित फील्ड परीक्षण कर रहा है। विस्तारित परीक्षण रिपोर्ट के आधार पर प्रौद्योगिकी को अपनाने पर विचार किया जाएगा।
रीताब्रता बनर्जी ने सवाल किया था कि क्या यह सच है कि कर्मीदल रहित समपारों की सुरक्षा के लिए कोई प्रणाली विकसित की गई है, यदि हां, तो तत्संहबंधी ब्यौरा क्या है और यह प्रक्रिया कब से चालू हो जाएगी?