नई दिल्ली, (हि.स.)। कुख्यात आतंकी संगठन अलकायदा के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें से एक को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल सऊदी से लेकर आई है, जबकि दूसरे को कोलकाता पुलिस ने दबोचा है। सऊदी से लाए गए आतंकी की तलाश पिछले एक वर्ष से पुलिस कर रही थी। पिछले साल स्पेशल सेल के हत्थे चढ़े अलकायदा आतंकियों ने इसके नाम का खुलासा किया था।
कोलकाता पुलिस के हत्थे चढ़ा आतंकी पिछले दो-तीन माह से यूपी के देवबंद इलाके में रह रहा था। बांग्लादेश में अपने साथियों के पकड़े जाने के बाद वह भागकर भारत आया था और यूपी के अपने साथी फैजान की मदद से देवबंद में आकर छिपा था। गिरफ्तार आतंकी की पहचान बांग्लादेश निवासी रजाउल रहमान के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, रजाउल बांग्लादेश के अंसारुल्ला बांग्ला टीम एबीटी का सदस्य है। एबीटी आतंकी संगठन अलकायदा की बांग्लादेश में ब्रांच है।
नकली नोट मामले में थी तलाश
कोलकाता पुलिस के अनुसार, रजाउल रहमान की नकली नोट के एक मामले में पिछले कुछ समय से तलाश थी। उसके कुछ साथियों को टीम ने गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान ही रजाउल की भूमिका का खुलासा हुआ था। लेकिन वह उस समय भाग कर बांग्लादेश चला गया था। इस बीच बांग्लादेश पुलिस ने उसके कुछ साथियों को दबोचा तो वह भाग कर भारत आ गया था।
देवबंद में छिपा था
कोलकाता पुलिस लगातार उसकी गतिविधि पर नजर रखे हुए थी। कोलकाता पुलिस को यह सूचना मिली कि रजाउल इस वक्त यूपी के देवबंद में छिपा है। इस बीच यह पता चला कि वह यूपी से दिल्ली आने वाला है। फिर कोलकाता पुलिस की टीम दिल्ली पहुंची और उसने दिल्ली पुलिस की मदद से उसे धर दबोचा।
पुलिस अब उसे कोलकाता लेकर गई है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि यह मामला चूंकि कोलकाता पुलिस का है इसलिए उन्हें ज्यादा जानकारी है। स्पेशल सेल की टीम सिर्फ उनके साथ पकड़ने गई थी।
यूपी पुलिस ने भी पकड़े तीन साथी
कोलाकाता पुलिस की मानें तो रजाउल के तीन साथियों को यूपी में भी उठाया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। नकली नोट के धंधे लिप्त होने के साथ किन-किन आतंकी गतिविधियों में उनकी संलिप्तता रही है| इसके बारे में पूछताछ की जा रही है।
सऊदी से आए आतंकी की थी तलाश
उधर सऊदी अरब से जिस आतंकी जिशान अली को बुधवार को दिल्ली लेकर पुलिस आई है, उसके तीन-चार साथियों को पिछले साल ही यूपी से स्पेशल सेल की टीम ने पकड़ा था। यह गिरोह अलकायदा के लिए काम कर रहे यूपी के ही एक शख्स के जरिये अलकायदा नेटवर्क से जुड़े थे। पुलिस को इस संदिग्ध की पिछले करीब एक साल से ज्यादा समय से तलाश थी। जैसे ही यह पता चला कि यह आतंकी सऊदी में छिपा है तो संबंधित एजेंसियों की मदद से उसे सऊदी से वापस लेकर स्पेशल सेल की टीम दिल्ली आई है।
गिरोह के पांच पहले पकड़े गए थे
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि इस नेटवर्क के पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। पिछले साल पकड़े गए अलकायदा के इन संदिग्धों को इंडियन सबकान्टिनेंट में अलकायदा की शुरूआत करने के आरोप में पिछले साल दबोचा गया था। इसमें अब्दुल रहमान, आसिफ, जफर, अंजार शाह और एक अन्य शामिल था।
उस वक्त यह खुलासा हुआ था कि अल जवाहिरी के निर्देश पर पीओके में रहने वाले एक आतंकी ने अलकायदा के भारतीय नेटवर्क को तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी थी।