नई दिल्ली, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में कोई जमीन पाने की जुगत में लगी बसपा अब हर माह मंडल स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन करेगी। जिसकी शुरूआत अगले माह 18 सितंबर से होगी। जबकि देश के अन्य राज्यों में संगठन की पेंच मजबूती से कसने के लिए पार्टी नवंबर माह से कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजित करेगी, जिसमें बसपा सुप्रीमो बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगी।
बसपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी व प्रदेश अध्यक्षों एवं प्रमुख पदाधिकारियों की शुक्रवार को यहां हुई खास बैठक में देश के वर्तमान हालात पर चर्चा हुई। बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व सांसद मायावती ने इस बैठक में सर्वप्रथम देश के विभिन्न राज्यों में पार्टी संगठन को मजबूत बनाने के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की व पार्टी के सर्वसमाज में जनाधार को बढ़ाने के सम्बंध में अनवरत जारी कैडर तैयारियों की समीक्षा की। इसके अलावा भविष्य़ की तैयारियों के लिये दिशा-निर्देश भी दिये।
बैठक में विभिन्न प्रदेशों की ताज़ा राजनीतिक स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के अलावा देश की वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा के अलावा आन्तरिक सुरक्षा व सीमा पर मौजूदा तनावपूर्ण हालात का भी जायजा लिया गया।
इसी क्रम में भाजपा शासित छत्तीसगढ़ राज्य के लोगों ने अपनी रिपोर्ट में पार्टी प्रमुख को बताया कि छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा मंत्री द्वारा कई हेक्टेयर वन व आदिवासी समाज की भूमि पर कब्जा करके वहां उनके व उनके परिवार के लोगों द्वारा रिजोर्ट व्यवसाय विकसित करने के मामले में सब कुछ भ्रष्टाचार व पद का दुरुपयोग साबित हो जाने के बावजूद भी सम्बंधित मंत्री के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को सम्बोधित करते हुए मायावती ने कहा कि सीबीआई, आयकर, ईडी, पुलिस व अन्य सरकारी मशीनरी का घोर दुरूपयोग करके प्रतिपक्षी पार्टी के नेताओं को भ्रष्ट साबित करने की कोशिश भी लगातार की जा रही है, परन्तु भाजपा मंत्रियों व नेताओं के खिलाफ भ्रष्ट आचरण व भ्रष्टाचार के मामले खुले तौर पर साबित होने के बावजूद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। उन्होंने सवाल किया कि क्या यही भाजपा व नरेन्द्र मोदी का भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान है?
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार यहां ग़रीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, सीमा सुरक्षा जैसे देशहित के साथ-साथ जनहित व जनकल्याण आदि के महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर बुरी तरह से विफल साबित हुई है और अपनी सरकार की इन घोर विफलताओं पर से लोगों का ध्यान बांटने के लिये ही विरोधी पार्टी के नेताओं को बदनाम करके व उनकी सरकारों को हर प्रकार से परेशान व अस्थिर करके उन्हें गिराने का काम करने में व्यस्त है। गुजरात राज्यसभा के चुनाव में तो इसका और भी ज्यादा भद्दा रूप देश को देखने को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की अंहकारी, विद्वेषपूर्ण, पक्षपाती, जातिवादी, तानाशाही, लोकतंत्र व जनविरोधी रवैये के खिलाफ बसपा कतई भी चुप बैठने वाली नहीं है, बल्कि इनका आम जनता में पर्दाफाश करने के लिये देशभर में और खासकर उत्तर प्रदेश में सघन कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है। इसके तहत ही उत्तर प्रदेश में अगले महीने 18 सितम्बर से मण्डल स्तर पर कार्यकर्ता महासम्मेलन हर महीने आयोजित किये जायेंगे जबकि देश के अन्य राज्यों में यह प्रक्रिया नवम्बर महीने से शुरू होगी।