ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राष्ट्रीय
अमेरिकी कम्पनी से रिश्वत लेने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा : केंद्र सरकार
By Deshwani | Publish Date: 3/8/2017 3:14:40 PM
अमेरिकी कम्पनी से रिश्वत लेने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा : केंद्र सरकार

नई दिल्ली, (हि.स.)। केंद्र सरकार ने आज स्पष्ट किया कि अमेरिकी कंपनी द्वारा रिश्वत लेने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी। लोकसभा में गुरुवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अमेरिकी कंसलटेंसी कंपनी सीडीएम स्मिथ द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) से जुड़ी परियोजनाओं के ठेके हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने के मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की जायेगी।
गडकरी ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के जवाब में बताया कि सीडीएम स्मिथ ने एक अमेरिकी अदालत के समक्ष स्वीकार किया है कि उसने वर्ष 2011 से 2015 की अवधि के बीच अपने तथा अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी सीडीएम इंडिया के कर्मचारियों और एजेंटों के माध्यम से एनएचएआई के भारतीय अधिकारियों को 11.80 लाख अमेरिकी डॉलर रिश्वत के रूप में दी थी। कंपनी को कुल 37 ठेकों का आवंटन किया गया था तथा रिश्वत की राशि ठेकों की राशि के दो से चार प्रतिशत के बीच है। 
गडकरी ने कहा कि अभी सिर्फ यह पता चला है कि अमेरिकी कंपनी ने रिश्वत दी थी। यह खबर प्रकाश में आते ही एनएचएआई को जांच के निर्देश दिये गये। रिश्वत किन अधिकारियों को दी गयी इसकी जानकारी जुटाने के लिए प्राधिकरण ने अमेरिकी अदालत और अमेरिकी सरकार से भी संपर्क किया है।
जब अमेरिकी सरकार से यह जानकारी मिल जायेगी कि रिश्वत किसे दी गयी थी उसके बाद ही कार्रवाई की जा सकेगी। 
गडकरी ने बताया कि केंद्रीय सतर्कता आयोग ने भी स्वयं संज्ञान लेते हुये मामले की जांच तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। उन्होंने कहा कि कंपनी के सिर्फ दो ठेकों से जुड़ी परियोजना पर काम चल रहा है जिसमें एक में उसका ठेका बुधवार को रद्द कर दिया गया है, जबकि दूसरे ठेके की अवधि मार्च 2018 तक है और आगे की जांच के बाद उस संबंध में भी कार्रवाई की जा सकती है। 
 
image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS