रोहतक, (हि.स.)। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जिस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है, वह पार्टियां प्रतिभावों को आगे बढऩे का मौका नहीं देती। उन्होंने कहा कि भाजपा सिद्धांतों के आधार की पार्टी है और छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं को आगे बढऩे का मौका मिलता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण चाय बेचने वाला आज देश का प्रधानमंत्री है। उन्होंने गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिना गांधी परिवार में जन्मे कोई भी कार्यकर्ता सर्वोच्च पद पर नहीं पहुंच सकता। साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह भी टिप्पणी की।
शाह ने कहा कि यूपीए शासनकाल के दौरान सभी मंत्री अपने आप को प्रधानमंत्री मानते थे और डॉ. मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री नहीं मानते थे। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बुधवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के राधा कृष्ण सभागार में पहुंचे और प्रबुद्ध लोगों की बैठक को संबोधित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा व जनसंघ की स्थापना सता प्राप्ति के लिए नहीं हुई बल्कि सिद्धांतों के लिए हुई है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के सिद्धांत देशभक्ति है। उन्होंने कहा कि भाजपा को छोडक़र कोई भी पार्टी किसी भी प्रतिभाओं को आगे बढऩे का मौका नहीं देती। शाह ने इनेलो परिवार व कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने सवाल किया कि तीस साल कांग्रेस में सेवा करने के बाद क्या कोई अध्यक्ष बन सकता है, इसी तरह उन्होंने इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला का जिक्र किया और कहा कि चौटाला के दो बेटों को छोडक़र क्या कोई कार्यकर्ता पार्टी का सुप्रीमो बन सकता है।
उन्होंने कहा कि यूपीए शासनकाल के दौरान 12 लाख करोड़ रूपए का भ्रष्टाचार किया गया। इस दौरान यूपीए सरकार में हर रोज घोटाले उजागर होते थे। शाह ने जनधन योजना के तहत खोले गए खातों व चार करोड बनाए गए शौचालयों के बारे में भी जिक्र किया।
बिहार की राजनीति पर टिप्पणी करते हुए शाह ने कहा कि बिहार बीमार राज्यों की सूची में था। अब भाजपा के साथ आने पर वह बीमार राज्यों की सूची से बाहर होगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पांच साल के शासनकाल के दौरान यूपी भी बीमार राज्य की सूची से बाहर होगा। उन्होंने मनोहर लाल खट्टर सरकार द्वारा करवाए जा रहे कामों की सराहना की। साथ ही मोदी सकार की भी तारीफ की। शाह ने कहा कि तीन साल के शासनकाल के दौरान मोदी सरकार ने 50 साल के बराबर से भी अधिक काम किया है।