नई दिल्ली, (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों से मुलाकात की कर उनके संसदीय क्षेत्र में केंद्रीय योजनाओं की स्थिति और विकास कार्यों पर चर्चा की।
बुधवार को अपने आधिकारिक आवास 7 लोक कल्याण मार्ग पर सुबह के नाश्ते की मेज पर हुई पार्टी सांसदों से इस मुलाकात में प्रधानमंत्री ने बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों से कई अहम मसलों पर चर्चा की। इसमें विशेष रूप से भारत के पूर्वी क्षेत्र के विकास को लेकर चर्चा की गई।
इस दौरान लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों के सांसद भी उपस्थित रहे। केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूड़ी, गिरिराज सिंह, रामकृपाल यादव, धर्मेन्द्र प्रधान, जुएल ओराम, बाबुल सुप्रियो समेत कई मंत्री उपस्थित रहे। बिहार में जदयू और भाजपा के गठबंधन से बनी सरकार के बाद ये पहली बार है कि प्रधानमंत्री मोदी बिहार के सांसदों से मिले।
प्रधानमंत्री ने इस बैठक में भारत छोड़ो आन्दोलन के 75 वर्ष का सन्दर्भ देकर कहा कि 15 से 30 अगस्त तक देशभर में तिरंगा-संकल्प यात्रा करें, और देश के नागरिकों को अगले 5 साल में भारत को विकास के हर क्षेत्र में नई ऊँचाई तक ले जाने के लिए अपना सक्रिय योगदान देने का संकल्प करें।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने मुद्रा योजना, उज्ज्वला योजना, फसल बीमा योजना सहित गांव और किसानों की ज़िंदगी में बदलाव लाने वाली केन्द्र और राज्य सरकार की नयी पहल के बारे में जन-समूहों में प्रसार करने का भी आह्वान किया।
सांसदों ने अपने क्षेत्र में भारत सरकार की योजनाओं से हो रहे आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन के बारे में प्रधानमंत्री को अवगत कराया। संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार भी इस दौरान मौजूद रहे। इससे पहले प्रधानमंत्री महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंड़ीगढ़, दिल्ली व गुजरात समेत कई राज्यों के भाजपा सांसदों से मुलाकात कर चुके हैं।