राष्ट्रीय
संविधान संशोधन विधेयक को पटरी से उतारने की साजिशकर्ता है कांग्रेसः शाह
By Deshwani | Publish Date: 1/8/2017 5:19:25 PMनई दिल्ली, (हि.स.)। पिछड़ा वर्गो को रिझाने में लगी भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर पिछड़े वर्गों से संबंधित संविधान संशोधन विधेयक को पटरी से उतारने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। शाह का बयान ऐसे वक्त आया है जब एक दिन पहले ही राज्यसभा में पिछड़े वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने संबंधी संविधान संशोधन विधेयक पर विपक्ष के संशोधनों के पारित हो जाने उसे असहज स्थिति का सामना करना पड़ा ।
भाजपा संसदीय दल की बैठक को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि राज्यसभा में सभी दलों की सहमति थी कि विधयेक को प्रवर समिति को भेज दिया जाए इसके बावजूद मुख्य विपक्षी दल इस महत्वपूर्ण विधेयक को पारित होने से रोकने की साजिश कर रहा है।
उच्च सदन में सत्तारूढ़ दल के सदस्यों की संख्या 88 है और राज्यसभा ने विधेयक के महत्वपूर्ण खंड तीन को खारिज करते हुए शेष विधेयक को जरूरी मतों से पारित कर दिया। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने संबंधी संविधान (123वां संशोधन) विधेयक लोकसभा पहले ही पारित कर चुकी थी। बीते सोमवार को राज्यसभा में चर्चा के बाद इसके तीसरे खंड में कांग्रेस के संशोधनों को संसद ने 54 के मुकाबले 75 मतों से मंजूरी दे दी। इन संशोधनों में प्रस्ताव किया गया है कि प्रस्तावित आयोग में एक सदस्य अल्पसंख्यक वर्ग से और एक महिला सहित पांच सदस्य होने चाहिए। मूल विधेयक में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित तीन सदस्यीय आयोग का प्रस्ताव किया गया है ।
बैठक में प्रधानमंत्री मौजूद नहीं थे क्योंकि वे असम में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने गए हैं। सूत्रों ने बताया कि भाजपा राज्यसभा में अनुपस्थित रहे सांसदों से सफाई मांग सकती है ।
राज्यसभा में कल पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने संबंधी संविधान संशोधन विधेयक पर विपक्ष के संशोधनों के पारित हो जाने की वजह यह विधेयक मूल स्वरूप में पारित नहीं हो सका। इससे एक ओर जहां सरकार की किरकिरी हुई, वहीं पिछड़ा वर्ग के हितों के साथ खिलवाड़ करने का सत्ता पक्ष और विपक्ष ने एक दूसरे पर तीखे आरोप लगाए।