नई दिल्ली, (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद भवन परिसर स्थित संसदीय सौध विस्तार भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर लोक सभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, केन्द्रीय रसायन और उर्वरक तथा संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार, केन्द्रीय ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल तथा स्वच्छता मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर समेत संसद सदस्य और अन्य विशिष्टजन भी इस समारोह में शामिल हुए।
भवन का उद्धाटन करने के बाद प्रधानमंत्री ने इसका जायजा लिया। संसदीय सौध विस्तार भवन के दो ब्लाक हैं जिनका क्षेत्रफल 39495 वर्ग मीटर है। 3 मंजिला ए ब्लाक विशिष्ट ब्लाक है जिसमें 4 समिति कक्ष, सभागार, भोज कक्ष, भेंट कक्ष और कुछ कार्यालयीन कार्य से सम्बद्ध कमरे हैं। 6 मंजिले बी ब्लाक में स्थायी समितियों के सभापतियों के 41 कक्ष और समितियों की शाखाएं हैं।
यह एक हरित भवन है जिसे 4 स्टार जीआरआईएचए रेटिंग मिली है। इसमें एक टेरेस गार्डन है और इसमें बिजली की बचत करने वाले लाइट फिक्सचर लगाए गए हैं। इसके अलावा इसमें सौर ऊर्जा से गर्म होने वाली जल प्रणाली, सौर ऊर्जा उत्पादन (आंशिक), सौर नियंत्रण कांच हैं जिनसे ऊर्जा की खपत कम होती है और छत पर थर्मल इंसुलेशन लगाई गई है जिससे ए.सी. लोड में कमी आती है और इसके साथ ही जल की व्यवस्था भी की गई है। विद्यमान पेड़ पौधों का संरक्षण किया गया है और दिव्यांगों के लिए उपयुक्त सुविधाएँ सुनिश्चित की गई हैं।
1975 में जब लोक सभा और राज्य सभा सचिवालय कार्यालयों के लिए स्थान उपलब्ध कराने के लिए संसदीय सौध भवन का निर्माण किया गया था, उसके बाद से दोनों सचिवालयों से सम्बद्ध स्थायी समितियों और अन्य कार्यालयों की संख्या में वृद्धि हुई है। तदनुसार, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने मई 2009 में संसदीय सौध विस्तार भवन की आधारशिला रखी थी। यह कार्य मई 2011 में शुरू हुआ था और दिसंबर 2016 में पूरा हुआ।