नई दिल्ली, (हि.स.)। दुग्ध उत्पादन में भारत जल्द ही विश्व के अग्रणी देशों में अपना स्थान बना लेगा। आगामी दशक में भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बनने वाला है। इस सदी की पहली तिमाही के दौरान ही देश का दुग्ध उत्पादन तीन गुना हो चुका है।
खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) और आर्थिक सहयोग संगठन (ओईसीडी) ने यह खुलासा किया है। इस सप्ताह जारी ओईसीडी-एफएओ कृषि परिदृश्य 2017-2026 की रिपोर्ट के अनुसार भारत का दूध उत्पादन 2016 में 16.038 करोड़ टन था, जिसके 2026 तक बढ़कर 22.778 करोड़ टन होने की संभावना है।
रिपोर्ट के अनुसार, इस दशक के दौरान गायों की संख्या 12.25 करोड़ से बढ़कर 22.77 करोड़ होने की संभावना है। 2026 में भारत का दुग्ध उत्पादन दूसरे सबसे बड़े उत्पादक, यूरोपीय संघ से एक-तिहाई अधिक होगा। रिपोर्ट के अनुसार 2016 में ताजा दुग्ध उत्पादों की प्रति व्यक्ति वार्षिक खपत करीब 80.74 किलोग्राम थी, जो 2026 तक बढ़कर 106.94 किलोग्राम होने की संभावना है।
रिपोर्ट के अनुसार प्रति व्यक्ति प्रतिदिन उपलब्ध कुल कैलोरी के 2026 तक बढ़कर 2,730 किलो कैलोरी होने की संभावना है। पिछले साल यह 2,442 किलो कैलोरी थी। साथ ही रपट में यह भी कहा गया है कि गेंहू का उत्पादन जो पिछले साल 9.229 करोड़ टन था, वह 2026 में बढ़कर 10.683 करोड़ टन हो जाएगा। वहीं कृषि क्षेत्र 2026 में 3.19 करोड़ हेक्टेयर हो जाएगा। पिछले साल यह 2.9 करोड़ हेक्टेयर था।