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एनआईए ने अलगाववादियों पर कसा शिकंजा, पाकिस्तान कनेक्शन के मिले सबूत
By Deshwani | Publish Date: 27/7/2017 9:11:46 PMनई दिल्ली, (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) का अलगाववादी नेताओं पर शिकंजा लगातार कसता जा रहा है| इसमें बड़ी बात है कि पड़ोसी मुल्क के आतंकी संगठनों का हाथ साफ हो गया है। एनआईए को छापों के दौरान हुर्रियत नेताओं को लिखे कुछ ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जो लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के लेटरहेड पर लिखे हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार कश्मीर में शांति के लिए सीमा पार से विदेशी फंडिंग को खत्म कर दिया गया है। इस मामले की एनआईए और ईडी दोनों अलग-अलग जांच कर रहे हैं। मामले में 7 कश्मीरी अलगाववादी नेता 10 दिनों की न्यायिक हिरासत में हैं जबकि हुर्रियत के संस्थापक सदस्यों में से एक शब्बीर शाह 7 दिनों के लिए ईडी की कस्टडी में है। वहीं इसी मामले में एनआईए ने अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के बड़े बेटे नईम गिलानी को भी समन भेजा है।
एनआईए दस्तावेजों से स्पष्ट है कि हुर्रियत नेता समय-समय पर लश्कर और हिज्बुल मुजाहिद्दीन अलगाववादियों को फंड पहुंचाते रहे हैं। घाटी में सक्रिय लश्कर और हिज्बुल के स्थानीय कमांडर अपने बीमार साथियों के इलाज और अन्य कारणों से हुर्रियत अलगाववादियों से समय-समय पर हजार से लेकर लाखों रुपए तक की मांग करते हैं और कई बार मोबाइल फोन्स की भी मांग की जाती है। हुर्रियत के कई नेता घाटी में आतंक की फंडिंग के आरोप में एनआईए की कस्टडी में हैं| इन पर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन से आर्थिक मदद हासिल कर आतंक फैलाने का आरोप है।