नई दिल्ली, (हि.स.)। केंद्रीय वित्त एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने केंद्र की मौजूदा मोदी सरकार के तहत अघोषित आपातकाल होने की बात कहने वालों की आलोचना करते हुए कहा कि उन लोगों को इस बारे में आत्मावलोकन करना चाहिए कि इंदिरा गांधी के समय लगे आपातकाल के दौरान वे कहां थे।
जेटली ने आपातकाल के 42 साल पूरे होने के मौके पर एक फेसबुक पोस्ट में जेटली ने आलोचकों से पूछा कि उन 19 महीनों के दौरान उनका सार्वजनिक रूप से घोषित रुख कहां था। उन्होंने कहा कि भारत में किसी भी सरकार के आलोचकों के लिए यह परंपरा बन गई है कि वे आपातकाल शब्दों का इस्तेमार करें।
जेटली ने लिखा है कि जो लोग बढ़ा-चढ़ा कर इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं उन्हें आपातकाल के दौरान अपनी भूमिकाओं के बारे में आत्मावलोकन करने की जरूरत है। उनमें से ज्यादातर लोग आपातकाल का समर्थन कर रहे थे या आपातकाल के खिलाफ किसी तरह के प्रदर्शन से नदारद थे।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने अपनी दिग्गज दिवंगत नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए ‘आपातकाल’ को गलती मानते हुए रविवार को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली मौजूदा केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि देश के मौजूदा हालात ‘अघोषित आपातकाल’ जैसे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता टॉम वड़क्कम ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकाल की स्मृतियों को लेकर कुछ बातें कहीं, हमें भी आपातकाल याद है, हम उसे भूले नहीं हैं। लेकिन हम मोदी को यह भी याद रखने के लिए कहेंगे कि इस समय हम अघोषित आपातकाल जैसे हालात डोल रहे हैं।’