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स्वच्छता जन आंदोलन बन गया है : प्रधानमंत्री
By Deshwani | Publish Date: 25/6/2017 12:38:31 PM
स्वच्छता जन आंदोलन बन गया है : प्रधानमंत्री

 नई दिल्ली,  (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 33वें 'मन की बात' कार्यक्रम के अंतर्गत विचार साझा किये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात की शुरुआत जगन्नाथ यात्रा की शुभकामना के साथ कही। 

पीएम मोदी ने कहा, 'आज जगन्नाथ जी की रथयात्रा का उत्सव मनाया जा रहा है। इसके साथ देश का गरीब जुड़ा हुआ है।'

पीएम मोदी ने मन की बात में कहा, 'रमजान का पवित्र महीना इबादत के साथ मनाया गया। मेरी तरफ से सबको ईद की बहुत शुभकामनाएं।'

पीएम मोदी ने मन की बात में यूपी के मुबारकपुर का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा, 'यहां ग्रामीणों ने मिलकर शौचालय बनाने का फैसला किया था। लोगों ने सरकार को 17 लाख रुपये लौटाए थे।'

पीएम मोदी ने मन की बात में कहा, 'आज स्वच्छता एक सरकारी कार्यक्रम नहीं रहा, बल्कि जन आंदोलन बन गया है। आंध्र प्रदेश के विजनगरम में प्रशासन और जनता ने 100 घंटों में 71 ग्राम पंचायतों में दस हजार शौचालय बनाए।'

पीएम मोदी ने आपातकाल का जिक्र करते हुए मन की बात में कहा, 'आपातकाल में अटल जी भी जेल में थे, उन्होंने कविता लिखी, 'झुलसाता जेठ मास, शरद चांदनी उदास, सिसकी भरते सावन का अंतरघट रीत गया, एक बरस बीत गया। आपातकाल के दौरान अखबारों को बेकार कर दिया गया था।' 

पीएम मोदी ने अंतराष्ट्रीय योग दिवस का जिक्र करते हुए मन की बात में कहा, 'पहली बार लखनऊ में बारिश में योग करने का अवसर प्राप्त हुआ। योग एक धागे में बंध गया है, विश्व को जोड़ने का कारण बन गया है। चीन में और दुनियाभर में योग का अभ्यास हुआ। पेरू अफगानिस्तान, सिंगापुर, यूएन में योग दिवस मनाया गया। यूएन ने 10 स्टैंप जारी किए।'

पीएम मोदी ने अपने स्वागत में बुके नहीं बुक का जिक्र करते हुए मन की बात में कहा, 'केरल में मुझे कार्यक्रम में बताया गया कि वहां बुके नहीं बुक दी जाती। हम धीरे-धीरे बुके की जगह बुक या खादी का रूमाल देने की आदत डाल रहे हैं और सरकार में भी लागू कर रहे हैं। क्वीन एलिजाबेथ ने एक बार भोजन के बाद मुझे खादी का रुमाल दिखाकर कहा कि उनकी शादी के बाद उन्हें महात्मा गांधी ने भेंट किया था। 

पीएम मोदी ने कहा, 'योग के अलावा हम अंतरिक्ष विज्ञान पर भी गर्व करते हैं। दो दिन पहले इसरो ने 31 सैटलाइट्स लॉन्च किए है। मंगल अभियान को 6 महीने चलना था लेकिन हमारी ताकत यह है कि 1000 दिनों के बाद भी मंगलयान काम कर रहा है।'

पीएम मोदी ने कहा, 'युवाओं का रुझान खेल की तरफ बढ़ रहा है। किदांबी श्रीकांत ने हमारा मान बढ़ाया है। हमें बच्चों को खेल का अवसर देना चाहिए। अगले ओलिंपिक के लिए सभी को सपने सजाने चाहिए।' 

पीएम मोदी ने कहा, 'कोई अगर सरकार को कुछ बेचना चाहता है तो ई जेम पर रजिस्टर कर सकता है।'

 

 

25 जून 1975 की काली रात नहीं भूल सकते : मोदी

 25 जून आपातकाल की 42 वर्षगांठ को एक बार फिर इसे प्रासंगिकता के साथ जोड़ कर देखा जा रहा है। एक ओर जहां विपक्ष मोदी सरकार पर अभिव्यक्ति आजादी छीनने का आऱोप लगाती रही है वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार इस आपातकाल के काले अध्याय और जेल की कड़वी यादों के लेकर कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकाल का जिक्र करते हुए मन की बात में कहा, 'लोकतंत्र को प्यार करने वाले 25 जून 1975 की काली रात को नहीं भूल सकते क्यों कि देश उस दिन जेल में था।‘ 

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आपातकाल में अटल जी भी जेल में थे, उन्होंने कविता लिखी, 'झुलसाता जेठ मास, शरद चांदनी उदास, सिसकी भरते सावन का अंतरघट रीत गया, एक बरस बीत गया। आपातकाल के दौरान अखबारों को बेकार कर दिया गया था।' प्रधानमंत्री मोदी 33वें 'मन की बात' कार्यक्रम के अंतर्गत विचार साझा कर रहे हैं।

अंतरिक्ष में लहरा रहा भारत का परचम : प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विज्ञान के क्षेत्र में भारत के बढते कदम की सराहना करते हुए हाल के दिनों की उपलब्धियों को गर्व का विषय बताया। उन्होंने कहा कि एक तरफ़ हम योग को लेकर के गर्व करते हैं, तो दूसरी तरफ़ हम अंतरिक्ष विज्ञान में मिली उपलब्धियों पर गर्व कर सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने रविवार को आकाशवाणी पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि भारत की विशेषता है कि अगर हमारे पैर योग से जुड़े हुए ज़मीन पर हैं, तो हमारे सपने दूर-दूर आसमानों के उन क्षितिजों को पार करने के लिये भी हैं। पिछले दिनों विज्ञान में भी भारत ने बहुत-कुछ करके दिखाया है। आज भारत केवल धरती पर ही नहीं, अंतरिक्ष में भी अपना परचम लहरा रहा है। 

 

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