राष्ट्रीय
जेवर एयरपोर्ट को केन्द्र की मंजूरी, प्रदेश सरकार ने केन्द्र का आभार जताया
By Deshwani | Publish Date: 24/6/2017 3:24:54 PM लखनऊ, (हि.स.)। प्रदेश सरकार के प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए केन्द्र सरकार ने ग्रेटर नोएडा में जेवर एयरपोर्ट को मंजूरी दे दी है। यह फैसला नई दिल्ली के इन्दिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भीड़ और दबाव को कम करने के लिए किया है। सिविल एविएशन मंत्रालय ने एयरपोर्ट के लिए क्लियरेंस दे दी है। प्रदेश सरकार ने इसके लिए केन्द्र का आभार भी जताया है। दिल्ली एयरपोर्ट से जेवर एयरपोर्ट की दूरी 86 किलोमीटर है। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि 2003 से इस एयरपोर्ट की जरुरत महसूस की जा रही थी, लेकिन किसी राज्य सरकार ने इसमें रुचि नहीं दिखाई।
उन्होंने कहा कि दिल्ली एयरपोर्ट पर रोजाना छह करोड़ यात्रियों का बोझ होता है इसलिए इसे राज्य सरकार केन्द्र की मदद से जल्द से जल्द पूरा करवाएगी।उन्होंने मीडियाकर्मियों को बताया कि प्रदेश सरकार ने अप्रैल में ही इसे हरी झंडी दे दी थी। यह देश का पहला सबसे बड़ा अन्तरराष्ट्रीय कार्गो हब भी बनेगा। एयरपोर्ट के लिए जेवर एरिया के 30 से अधिक गांवों की पांच हजार हेक्टेयर जमीन आरक्षित की गई है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्स्प्रेस वे के जीरो प्वाइंट से जेवर के लिए मेट्रो की कनेक्टिविटी रहेगी।
नोएडा एयरपोर्ट आने वाले वर्षों में यात्रियों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करेगा। इस एयरपोर्ट पर 15 से 20 हजार करोड़ का निवेश किया जाएगा। इससे इस क्षेत्र में आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा मिलेगा। आगरा, मथुरा जैसे शहर टूरिस्ट हब में बदल जायेंगे। अगले 10-15 वर्षों में नोएडा अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा प्रति वर्ष 30-50 लाख यात्रियों को मंजिल तक पहुंचाएगा। एयरपोर्ट पीपीपी मॉडल के तहत तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि योगी आदित्यनाथ सरकार जल्द ही एक-दो दिन में अपनी सौ दिनों की उपलब्धियों पर श्वेत पत्र जारी करेगी। इसमें चुनौतियों का भी जिक्र होगा।