ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राष्ट्रीय
मीरा कुमार ने निर्वाचक मंडल के सदस्यों से की अपील
By Deshwani | Publish Date: 23/6/2017 8:30:21 PM
मीरा कुमार ने निर्वाचक मंडल के सदस्यों से की अपील

 नई दिल्ली, (हि.स.)। राष्ट्रपति पद के एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के समक्ष विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार ने समर्थन के लिए निर्वाचक मंडल के सदस्यों से अपील की है।

मीरा कुमार ने कहा, 'मैं निर्वाचक मंडल के सभी सम्मानित सदस्यों से अपील करती हैं कि वे सिद्धांतों के आधार पर अपना निर्णय लें और आने वाली पीढ़ियों के लिए इन्हें संजो कर रखें। सबको साथ लेकर चलना, सामाजिक न्याय तथा बहुलवाद के मूल्य इस पद के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसलिए उम्मीदवार के बारे में अपना निर्णय लेते समय सभी सदस्य इन सिद्धांतों को अवश्य ध्यान में रखें।'

कांग्रेस समेत 17 विपक्षी दलों द्वारा उम्मीदवार बनायी गयी मीरा कुमार ने शुक्रवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा है कि इन दलों की ओर से उन्हें सर्वसम्मति से चुना जाना बड़े गौरव की बात है। इसके लिए वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा अन्य विपक्षी दलों के नेताओं का आभार प्रकट करती हैं।

मीरा कुमार ने कहा, 'राष्ट्रपति का पद संवैधानिक सिद्धांतों की रक्षा और संरक्षण की जिम्मेदारी से बंधा है। इसमें देश की सामाजिक और राजनीतिक सभ्यता तथा समावेशी विचारधारा निहित है। यह जाति, धर्म और क्षेत्र की सीमाओं से ऊपर है। यह प्रतिकात्मक पद नहीं है। यह हमारी निर्वाचन प्रणाली के उस दर्शन को पूरी तरह व्यक्त करता है जिसमें क्षमता और अनुभव को सभी तथ्यों से अधिक महत्व दिया गया है।' उन्होंने कहा कि वह समावेशी, सामाजिक न्याय और बहुलवाद के मूल्यों में पूरी तरह विश्वास करती हैं और राष्ट्र के सर्वोच्च प्रतिनिधि के रूप में राष्ट्रपति को इन्हें सबसे अधिक महत्व देना चाहिए। इन मूल्यों का सम्मान नहीं होने का अर्थ संविधान का भी सम्मान नहीं होने के बराबर है।

मीरा कुमार ने कहा कि इन मूल्यों के अभाव में भारत वैसी प्रगति हासिल नहीं कर सकता, जिसकी कल्पना उसके निर्माताओं ने की थी और जाे देशवासियों की सामूहिक इच्छा में दिखाई देती है। 

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS