नई दिल्ली, (हि.स.)। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सम्मिलित चिकित्सा सेवा परीक्षा, 2016 में नियुक्ति के लिए चयनित 894 उम्मीदवारों में से 38 की उम्मीदवारी रद्द हो सकती है।
आयोग ने मूल दस्तावेजों के अभाव में इन उम्मीदवारों के परिणाम को अनंतिम श्रेणी में डाल दिया है। यदि छह माह की अवधि में वह मूल दस्तावेज जांच के लिए आयोग में जमा नहीं कराएंगे तो उनकी उम्मीदवारी ही रद्द कर दी जाएगी।
सम्मिलित चिकित्सा सेवा परीक्षा, 2016 का परिणाम 21 दिसंबर 2016 को घोषित किया गया था, जिसमें नियुक्ति के लिए 894 उम्मीदवारों की अनुशंसा योग्यताक्रम में की गई थी। आयोग ने अंतिम अनुशंसित उम्मीदवार के बाद योग्यताक्रम में एक समेकित आरक्षित सूची भी तैयार की है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की मांग के अनुसार सम्मिलित चिकित्सा सेवा परीक्षा, 2016 के आधार पर शेष पदों को भरने के लिए आयोग, एतद्द्वारा, 131 उम्मीदवारों की अनुशंसा करता है। इसमें सामान्य वर्ग के 27 उम्मीदवार, अन्य पिछड़े वर्गों के 95 उम्मीदवार तथा अनुसूचित जाति के 09 उम्मीदवार शामिल हैं।
38 उम्मीदवारों की उम्मीदवारी अनंतिम है। जिन उम्मीदवारों के परिणाम अनंतिम श्रेणी में रखे गए हैं उन्हें नियुक्ति प्रस्ताव तब तक जारी नहीं किए जाएंगे जब तक आयोग इन उम्मीदवारों से मंगवाए गए मूल दस्तावेजों की जांच नहीं कर लेता।
इन उम्मीदवारों की सशर्तता की स्थिति आरक्षित सूची के जारी होने की तारीख से केवल छह महीने की अवधि के लिए मान्य होगी। यदि संबंधित उम्मीदवार आयोग द्वारा अपेक्षित दस्तावेज इस अवधि के दौरान जमा करने में विफल रहते हैं, तो उनकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी और इस संबंध में आगे किसी पत्र आदि पर विचार नहीं किया जाएगा।