नई दिल्ली, (हि.स.)। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में 22 जून को उम्मीदवार के नाम पर विचार कर, ऐलान कर सकते हैं।
हालांकि भाजपा पहले ही रामनाथ कोविंद को उम्मीदवार बनाने का ऐलान कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को जानकारी दी है।
दूसरी ओर कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने राष्ट्रपति उम्मीदवार का चयन और ऐलान कांग्रेस की सहमति के बिना किया।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भाजपा पर राष्ट्रपति उम्मीदवार का ऐलान को लेकर आरोप लगाया कि उन्होंने फैसला करने के बाद हमें जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘जब हमसे मुलाकात की, तो हमें कहा था कि आम सहमति के लिए किसी भी घोषणा से पूर्व आपको सूचित किया जाएगा, लेकिन उन्होंने निर्णय के बाद हमे सूचित किया।‘
वहीं विपक्षी दलों की बैठक को लेकर जेडीयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने कहा, ‘विपक्षी दलों की बैठक में नाम पर विचार करेंगे। एनडीए ने जो नाम दिया है उस पर भी बात करेंगे।‘
दरअसल भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दिल्ली में सोमवार दोपहर राम नाथ कोविंद के नाम की घोषणा की। कोविंद भाजपा का दलित चेहरा हैं। भाजपा ने उनके नाम की घोषणा करके विपक्ष को भी साधने की कोशिश की है।
इससे पहले राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनावों के लिए विपक्षी दलों ने 14 जून को संसद लाइब्रेरी बिल्डिंग में बैठक की थी।
इस बैठक में राज्यसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जद(यू) नेता शरद यादव, राजद नेता लालू प्रसाद, सीपीआई नेता और महासचिव सीताराम येचुरी, टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा, डीएमके नेता आर.एस.भारती और एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल मौजूद थे।
इसके बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू इस मामले पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी और सोनिया गांधी से भी मुलाकात की।
बैठक के बाद येचुरी ने शनिवार को कहा था कि अगर सत्तारूढ़ एनडीए अगर 20 जून तक उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं करता है तो 21 जून को वो सर्वसम्मति से विपक्ष से नाम घोषित करने की अपील करेंगे।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने पिछले हफ्ते ही अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 17 जुलाई का ऐलान किया था और मतगणना 20 जुलाई को कराने का ऐलान किया है। देश के मौजूदा 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। जबकि उपराष्ट्रपति का कार्यकाल अगस्त अंत में समाप्त हो रहा है।