नई दिल्ली, (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने शुक्रवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। संघ ने इसको शिष्टाचार मुलाकात बताया है। भागवत शुक्रवार सुबह ही दिल्ली आये थे और दोपहर भोज पर उनको राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आमंत्रित किया था।
संघ की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत आज दिन में राष्ट्रपति के आमंत्रण पर पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार महामहिम राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भोजन पर राष्ट्रपति भवन मिलने गए थे। यह भेंट केवल शिष्टाचार के नाते ही थी।
दरअसल इस मुलाकात पर राजनीतिक अटकलें शुरू हो गयी थी जिसका संघ की तरफ से खंडन किया गया है। शिवसेना लगातार डॉ मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाने की मांग कर रही है। हालाँकि डॉ भागवत ने इसका पूरी तरह से खंडन किया है। नई दिल्ली, (हि.स.)। भारतीय दिवाला और शोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) ने दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता, 2016 के तहत कॉरपोरेट जगत के दिवाला समाधान की तेज प्रक्रिया को अधिसूचित किया है।
इन नियमों के तहत पात्र कॉरपोरेट कर्जदारों के दिवालियापन के समाधान की प्रक्रिया चालू होगी। इस प्रक्रिया के तहत आने वाले मामलों को 90 दिनों के भीतर निपटा लिया जाएगा। कर्जदार, चूक होने की स्थिति में उसके सबूत के साथ समाधान प्रक्रिया के लिए आवेदन कर सकता है।
कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने दिवाला और शोधन अक्षमता संहिता, 2016 की प्रासंगिक धारा 55 से 58 को अधिसूचित किया है, ताकि समाधान तीव्र प्रक्रिया के तहत हो सकें। यह लघु कंपनी, स्टार्टअप (साझेदारी फर्म के अतिरिक्त) और 1 करोड़ रुपये की परिसंपत्ति वाली गैर सूचीबद्ध कंपनी के संबंध में लागू होगा।