नई दिल्ली, (हि.स.)। राष्ट्रपति चुनाव में आम राय पर सहमति बनाने के प्रयास अब पक्ष और विपक्ष दोनों ओर से शुरू हो गए हैं। इसी सिलसिले में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बनाने के लिये गठित मंत्रियों की समिति के सदस्य और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने गुरुवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री व टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू से बातचीत की।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर वेंकैया नायडू से बातचीत के बात चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'पीएम के निर्णय के साथ है टीडीपी।'
दूसरी ओर कांग्रेस पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि राष्ट्रपति चुनाव में आम राय पर सहमति बनाने के लिए केंद्र सरकार को पहल करनी चाहिए। पार्टी का मानना है कि ऐसा उम्मीदवार बनाया जाए जिसके नाम पर किसी दल को एतराज नहीं हो।
राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने गुरुवार को कहा शीर्ष पद पर बैठने वाले व्यक्ति को लेकर सबकी सहमति का होना ज्यादा बेहतर है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सरकार जिस तरह के संकेत दे रही है उससे लगता नहीं है कि वह राष्ट्रहित में सोच रही है।
दरअसल भाजपा की समिति कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से शुक्रवार को मुलाकात करेगी। इस बैठक के बाद आमराय बनने की उम्मीद लगाई जा रही। इसके साथ ही सब की नजर इस बात पर होगी कि इन अहम बैठकों में सरकार की ओर से किसी उम्मीदवार का नाम सुझाया जाता है या नहीं।
फिलहाल शरद पवार और चंद्रबाबू नायडू से बातचीत के बाद अब गृहमंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू इस मामले पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी और सोनिया गांधी से शुक्रवार को मुलाकात कर सकते हैं।
सरकार की ओर से कुछ विपक्षी दलों से संपर्क साधा जा चुका है लेकिन अभी तक उम्मीदवार के रुप में कोई नाम सामने नहीं आया है। उदा प्रमुख विपक्षी दल राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एकजुट हो चुके हैं| वे स्पष्ट कर चुके हैं कि सरकार की ओर से कोई नाम सामने आने पर वे अपनी रणनीति को अंतिम रुप देंगे।