राष्ट्रीय
नकारात्मक नहीं सकारात्मक पत्रकारिता समय की मांग : सांसद आर.के.सिन्हा
By Deshwani | Publish Date: 14/6/2017 5:11:42 PM देहरादून, (हि.स.)। नकारात्मक पत्रकारिता की तुलना में सकारात्मक पत्रकारिता ज्यादा जरूरी है। घपलों घोटालों को उठाते समय सम्बंधित पक्ष को भी स्थान दिया जाना चाहिए ताकि एक पक्षीय रिपोर्ट न प्रकाशित हो। यह विचार राज्यसभा सदस्य एवं हिन्दुस्थान समाचार के चेयरमैन व वरिष्ठ मीडिया कर्मी आर.के.सिन्हा ने कुछ वरिष्ठ पत्रकारों के समक्ष व्यक्त किया।
इंडियन पब्लिक स्कूल (आई.पी.एस) प्रागंण में मीडिया के वरिष्ठ लोगों से चर्चा करते हुए उन्होंने पत्रकारिता में पढ़ाए जाने वाले भरे और खाली ग्लास का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें आधा खाली नहीं आधे से अधिक भरा हुआ देखने की सकारात्मक दृष्टि बनानी चाहिए।
सिन्हा ने कहा कि समाचार पत्र लोगों की राय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं | इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता लेकिन यह भी सच है कि सतही पत्रकारिता में लोगों की रूचि कम हुई है। हमें इसी में बढ़ोतरी करनी है ताकि लोग एक बार फिर समाचार पत्रों, पत्रिकाओं पर विश्वास करने लग जायें । सच तो यह है कि हमारे लेखन के कारण विश्वास का संकट खड़ा हुआ है, हमें इसे दूर करना चाहिए।
वर्षों तक समाचार पत्रों तथा मीडिया संस्थानों से जुड़े आर.के. सिन्हा राज्यसभा में मुखर सांसदों में से हैं तथा समय-समय पर पत्रकारिता और उससे जुड़े मुद्दों पर अपनी बेबाक राय देते रहते हैं। उनका कहना है कि नकारात्मक पक्षों व अपराधों के साथ-साथ उन पक्षों पर भी हमें दृष्टिपात करना चाहिए जो समाज में सकारात्मक बदलाव ला सके । समाज में तमाम ऐसे लोग हैं जो अपने कार्य एवं व्यवहार के कारण सुर्खियों में रहते हैं और जो समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं, ऐसे लोगों पर भी हमें कलम चलानी चाहिए ताकि समाज वैसे लोगों के जीवन व उनके कार्य, व्यवहार आचरण से सीख लें सकें ।