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शाह ने आजादी की लड़ाई को व्यापार की संज्ञा दी, मांफी मागे: कांग्रेस
By Deshwani | Publish Date: 10/6/2017 1:56:11 PM
शाह ने आजादी की लड़ाई को व्यापार की संज्ञा दी, मांफी मागे: कांग्रेस

नई दिल्ली, (हि.स.)। कांग्रेस ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के महात्मा गांधी पर दिये बयान को आजादी की लड़ाई के रणबांकुरों की कुर्बानी को व्यापार की संज्ञा देना करार दिया है। पार्टी ने शाह से महात्मा गांधी को अपमानित करने और शर्मसार करने वाले बयान पर मांफी मांगने की मांग की है। 

कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को आरोप लगाते हुए कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, स्वतंत्रता संग्राम और आजादी की लड़ाई के रणबांकुरों की कुर्बानी को व्यापार की संज्ञा दे, पूरी आजादी की लड़ाई का घोर अपमान किया है और स्वतंत्रता सेनानियों को शर्मसार करने का कुत्सित प्रयास भी किया है।‘
सुरजेवाल ने कहा, ‘सत्ता के व्यापारी अमित शाह आज महात्मा गांधी और देश की आजादी की लड़ाई को आज व्यापारी मॉडल बता रहे हैं। सच तो ये है कि आजादी से पहले अंग्रेज महासभा व संघ का इस्तेमाल एक स्पेशल पर्पस वेहिकल के तौर पर देश के बंटवारे के लिये करते रहे और आजादी के बाद भाजपा के अंग्रेज उसी विचारधारा पर चलते हुए मुठ्ठीभर धन्ना सेठों का स्पेशल पर्पस वेहिकल बन गये हैं। उनके हितों को साधने का माध्यम बन गये हैं। दलितों, गरीबों और किसानों के शोषण का माध्यम बन गये हैं इसीलिये इनको देश की आजादी की लड़ाई और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की लड़ाई एक व्यापार नजर आती है। जाति और धर्म के भेदभाव से लड़ने की बजाय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी जाति से इंगित करना ये दर्शाता है कि सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह की मानसिकता क्या है?’ 
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘जिस सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष की ये मानसिकता है वो देश को कहां ले जायेगी ये सोच कर ही मन कांप जाता है। हम मांग करते हैं कि अमित शाह, भारतीय जनता पाटी और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरे देश से, देश के 125 करोड़ जन-जन से पूरे देश की आजादी की लड़ाई को अपमानित करने और शर्मसार करने के लिये मांफी मांगे क्योंकि इससे घोर अपमान और घोर अपराध और शायद देशद्रोह का कार्य कोई हो नहीं सकता जो अमित शाह ने किया है।‘
उल्लेखनीय है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रायपुर में अपनी एक जनसभा में महात्मा गांधी पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि वो दूरदर्शी होने के साथ, बहुत चतुर बनिया था, उन्हें मालूम था कि आगे क्या होने वाला है, उन्होंने आजादी के बाद कहा था, कांग्रेस को बिखेर देना चाहिए।
शाह यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने कांग्रेस को खत्म करने का काम नहीं किया, लेकिन अब कुछ लोग उसको बिखेरने का काम कर रहे हैं। संगठन के इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि क्योंकि कांग्रेस की कोई विचारधारा ही नहीं है, देश चलाने के, सरकार चलाने के कोई सिद्धांत ही नहीं थे।
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