ब्रेकिंग न्यूज़
मोतिहारी के केसरिया से दो गिरफ्तार, लोकलमेड कट्टा व कारतूस जब्तभारतीय तट रक्षक जहाज समुद्र पहरेदार ब्रुनेई के मुआरा बंदरगाह पर पहुंचामोतिहारी निवासी तीन लाख के इनामी राहुल को दिल्ली स्पेशल ब्रांच की पुलिस ने मुठभेड़ करके दबोचापूर्व केन्द्रीय कृषि कल्याणमंत्री राधामोहन सिंह का बीजेपी से पूर्वी चम्पारण से टिकट कंफर्मपूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधामोहन सिंह विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगेभारत की राष्ट्रपति, मॉरीशस में; राष्ट्रपति रूपुन और प्रधानमंत्री जुगनाथ से मुलाकात कीकोयला सेक्टर में 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 9 गीगावॉट से अधिक तक बढ़ाने का लक्ष्य तय कियाझारखंड को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन की मिली सौगात
राष्ट्रीय
सहारनपुर: यूपी सरकार की गृह मंत्रालय को रिपोर्ट, भीम आर्मी का चंद्रशेखर मुख्य आरोपी
By Deshwani | Publish Date: 10/6/2017 1:54:08 PM
सहारनपुर: यूपी सरकार की गृह मंत्रालय को रिपोर्ट, भीम आर्मी का चंद्रशेखर मुख्य आरोपी

नई दिल्ली, (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को सहारनपुर मामले पर पूरी रिपोर्ट भेज दी है। मुख्य सचिव यूपी ने भीम आर्मी के चंद्रशेखर को सहारनपुर घटना मुख्य आरोपी और सूत्रधार बताया है। यूपी सरकार कि रिपोर्ट में 20 अप्रैल से लेकर 23 मई तक की घटनाओं का जिक्र है। 

सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में प्रदेश सरकार ने गृह मंत्रालय को बताया है कि सहारनपुर में बार बार हिंसा क्यों भड़की। जो गोपनीय रिपोर्ट केंद्रीय गृहमंत्रालय को भेजी गई है, उसमें कई चौंकाने वाले खुलासे भी हुए हैं। सहारनपुर हिंसा के लिए ज़िम्मेदार लोगों के नाम के साथ उन बातों का भी जिक्र किया गया है जिनकी वजह से सहारनपुर कई दिनों से हिंसा और जातीय संघर्ष से जल रहा था। 

रिपोर्ट में दो राजनीतिक दलों के कुछ नेताओं के साथ ही प्रशासनिक तंत्र को भी घटना के लिए जिम्मेदार माना गया है। साथ ही हिंसा को भड़काने में भीम आर्मी और उसके संस्थापक को चंद्रशेखर को दोषी बताया गया है। 

रिपोर्ट के अनुसार सहारनपुर में 20 अप्रैल को सड़क दूधली में बाबा साहेब की शोभायात्रा निकालने को लेकर सांप्रदायिक बवाल हो गया था। बवाल के बाद सांसद राघव लखनपाल शर्मा के साथ एसएसपी आवास पहुंचे युवकों ने उपद्रव मचाते हुए तोड़फोड़ की थी। दोनों घटनाओं में सांसद समेत करीब डेढ़ दर्जन लोगों को नामजद किया गया था। जबकि छह सौ अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। इसके बाद पांच मई को थाना बड़गांव के गांव शब्बीरपुर में महाराणा प्रताप की शोभायात्रा निकालने को लेकर दलितों और राजपूतों में खूनी संघर्ष हुआ था। इसमें एक युवक की जान चली गई थी, जबकि दलितों के दो दर्जन से अधिक घरों को आग के हवाले कर दिया गया था। नौ मई को शब्बीरपुर की घटना के विरोध में जिले में आठ से नौ जगहों पर अगजनी और उपद्रव हुआ था। जिसमें भीम आर्मी का हाथ माना गया था। उसके बाद से 23 मई को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती शब्बीरपुर में पीड़ितों का हाल जानने पहुंची थी। उनकी सभा से लौट रहे लोगों पर चंदपुरा में जानलेवा हमला हुआ था, जिसमें एक युवक की मौत हो गई थी। 24 मई को भी दो लोगों पर धारदार हाथियार से हमला किया गया था। घटनाओं को देखते हुए डीएम और एसएसपी को निलंबित कर दिया गया था। जबकि करीब आधा दर्जन अन्य अधिकारियों पर भी गाज गिरी थी। अब प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने तमाम घटनाओं की रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी है। 

रिपोर्ट में इस बात को भी स्वीकार किया गया है कि घटना से निपटने में प्रशासनिक अधिकारीयों के मध्य तालमेल की कमी रही। जिसके चलते सही रणनीति के साथ काम नही हो पाया। छोटे स्तर के अधिकारियों की बड़ी चूक हुई । सरकार का सूचना तंत्र फेल होने की वजह से माहौल को पहले नहीं समझ पाये।

image
COPYRIGHT @ 2016 DESHWANI. ALL RIGHT RESERVED.DESIGN & DEVELOPED BY: 4C PLUS