नई दिल्ली, (हि.स)। कांग्रेस ने मंदसौर हादसे में किसान आंदोलन में छह किसानों की मौत के बाद उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शिवराज सिंह चौहान और केंद्र पर निशाना साधते हुए इस देश का, किसानों का और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करार दिया है।
कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को आरोप लगाते हुए कहा, ‘किसानों के खून से जिस व्यक्ति के हाथ रंगे हैं, भारतीय जनता पार्टी के हाथ रंगे हैं, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा का मध्यप्रदेश का मंत्रिमंडल आज मध्य प्रदेश में एक झूठे उपवास पर बैठा है। शिवराज सिंह और भाजपा झूठे उपवास को छोड़कर राजनीतिक वनवास पर जाने की तैयारी कर लीजिये।‘ उन्होंने सवाल किया कि क्या शिवराज सिंह चौहान और भाजपा जवाब देगी कि आज तक भी आलू पैदा करने वाले किसान, प्याज पैदा करने वाले किसान दो रुपया से पांच रुपया किलो में अपनी फसल बेचने को क्यों लाचार है?
सुरजेवाल ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, स्वतंत्रता संग्राम और आजादी की लड़ाई के रणबांकुरों की कुर्बानी को व्यापार की संज्ञा दे, पूरी आजादी की लड़ाई का घोर अपमान किया है और स्वतंत्रता सेनानियों को शर्मसार करने का कुत्सित प्रयास भी किया है।‘
सुरजेवाल ने कहा, ‘सत्ता के व्यापारी अमित शाह आज महात्मा गांधी जी और देश की आजादी की लड़ाई को आज व्यापारी मॉडल बता रहे हैं। सच तो ये है कि आजादी से पहले अंग्रेज महासभा व संघ का इस्तेमाल एक स्पेशल पर्पस वेहिकल के तौर पर देश के बंटवारे के लिये करते रहे और आजादी के बाद भाजपा के अंग्रेज उसी विचारधारा पर चलते हुए मुठ्ठीभर धन्ना सेठों का स्पेशल पर्पस वेहिकल बन गये हैं। उनके हितों को साधने का माध्यम बन गये हैं। दलितों, गरीबों और किसानों के शोषण का माध्यम बन गये हैं इसीलिये इनको देश की आजादी की लड़ाई और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की लड़ाई एक व्यापार नजर आती है। जाति और धर्म के भेदभाव से लड़ने की बजाय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी जाति से इंगित करना ये दर्शाता है कि सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह की मानसिकता क्या है?’
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘जिस सत्ताधारी पार्टी के अध्यक्ष की ये मानसिकता है वो देश को कहां ले जायेगी ये सोच कर ही मन कांप जाता है। हम मांग करते हैं कि अमित शाह, भारतीय जनता पाटी और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरे देश से, देश के 125 करोड़ जन-जन से पूरे देश की आजादी की लड़ाई को अपमानित करने और शर्मसार करने के लिये मांफी मांगे क्योंकि इससे घोर अपमान और घोर अपराध और शायद देशद्रोह का कार्य कोई हो नहीं सकता जो अमित शाह ने किया है।‘