नई दिल्ली, (हि.स.)। कांग्रेस ने मंदसौर हादसे पर सवाल कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह बताये अगर प्रदर्शनकारी किसान थे तो आखिर गोलियां क्यों चलाई और अगर असामाजिक तत्व थे तो मुआवजा क्यों दिया?
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने मंदसौर घटना में किसान घनश्याम धाकड़ की आत्महत्या पर शोक प्रकट करते हुए कहा, ‘अगर मेहनत की कीमत मांगोगे तो अपराधी घोषित कर दिया जायेगा। आज भाजपा की नीति साफ हो गयी है अगर किसान फसल की कीमत मांगता है तो पुलिस की गोली खाता है। ये सरकार कॉरपोरेट्स के हिसाब से चलती है, उनका डेढ़ लाख करोड़ रुपया माफ कर देती है। हमारा किसान क्या मांग रहा है? फसल की सही कीमत, कर्जे से माफी। जब-जब भाजपा पर कोई सवाल खड़ा करता है तो वो मूल मुद्दे से भटका कर आरोप लगाना शुरु कर देती है।‘
उन्होंने कहा, ‘अभिषेक 12वीं कक्षा के छात्र थे, अपनी फसल का वाजिब मूल्य मांग रहे थे लेकिन शिवराज सरकार की गोलियों ने सीना छलनी कर दिया। ये सरकार बैंड, बाजा और बुलेट सरकार बन कर रह गयी है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह 3 साल का जश्न मनाने में व्यस्त थे, आत्महत्या करने वाले किसान के यहां नहीं गये।‘
वहीं मध्यप्रदेश के राऊ से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और गृह मंत्री ने देश की जनता के साथ मीडिया को भ्रमित किया है।
जीतू पटवारी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कीमत से डेड गुना मूल्य देने वायदा किया था लेकिन ऐसा न हो कर किसानों की हत्या हो रही है। पिछले 5 तारीख से भोपाल से लेकर मुख्यमंत्री विधानसभा क्षेत्र तक प्रदर्शन चल रहे है। शिवराज किसान पुत्र होने का दावा करते हैं लेकिन शिवराज सरकार में किसानों पर पुलिस ने गोली चलाई। इस आंदोलन में यह अभी तक नहीं समझ आया आखिर गोली चलाने का आदेश किसने दिया? एसपी डीएम बोल रहे है उन्होंने आदेश नहीं दिया। शिवराज बताये अगर प्रदर्शनकारी किसान थे तो आखिर गोलियां क्यों चलाई और अगर असामाजिक तत्व थे तो मुआवजा क्यों दिया? पिछले 3 वर्षों में 18 हजार किसानों ने आत्महत्या की, मध्य-प्रदेश कृषि में नंबर 1 राज्य कैसे हुआ?
उन्होंने कहा शिवराज सिंह ने ट्विटर पर किसानों की लाशों पर बोली लगाई। पहले 5 लाख से 10-20 लाख मुआवजे की घोषणा की गई फिर जब किसानों ने मुख्यमंत्री के आने की मांग की तो भोपाल में बैठकर रकम 1 करोड़ कर दी गई।
कल राहुल गांधी को रोककर शिवराज ने हिटलरशाही का जीता जागता उदाहरण पेश किया। कल राहुल को निम्बाहेड़ा बॉर्डर पर धारा 144 का हवाला देकर रोका गया जबकि यह मंदसौर में लगी थी।
शिवराज ने न्यायिक जांच का कहकर इस मामले को दबाने का प्रयास किया है। कांग्रेस यह मांग करती है कि शिवराज सिंह समेत गृह मंत्री घटना की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे।
भाजपा के कांग्रेस पर आंदोलन के जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों की मांग के साथ है और किसानों का आंदोलन गैर राजनैतिक है।
कांग्रेस ने एक वीडियो को लेकर उठे सवाल पर कहा कि जिस विधायक का वीडियो बताया जा रहा है पहले यह जांच करें यह वीडियों कब का है हमारी विधायक शकुंतला जो ग्वालियर संभाग से है जहां ऐसा कुछ हुआ नहीं है। उनके वीडियों के सहारे भाजपा मुद्दे को भटकाने का प्रयास किया जा रहा है। हम इसकी कड़ी निंदा करते है और स्पष्ट करते है कि कांग्रेस कभी हिंसा की पक्षधर नहीं रही है।