नई दिल्ली, (हि.स.)। देश के 14वें राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव से जुड़े कार्यक्रम की बुधवार को चुनाव आयोग ने घोषणा कर दी। अगर आम सहमति न बनी तो राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 17 जुलाई और मतगणना 20 जुलाई को होगी।
वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई तक है जिससे पहले चुनाव सम्पन्न कराना अनिवार्य है। राष्ट्रपति पद के लिए जारी चुनाव कार्यक्रम इस प्रकार है। अधिसूचना 14 जून (बुधवार), नामांकन पत्र भरने की अंतिम तारीख 28 जून, नामांकन पत्रों की जांच 29 जून, नामांकन पत्र वापिस लेने की अंतिम तारीख 1 जुलाई, मतदान की तारीख 17 जुलाई (सोमवार) और मतगणा 20 जुलाई (मंगलवार) को होगी। मतदान का समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा जबकि मतगणना सुबह 11 बजे से जब तक पूरी नहीं हो जाती होगी।
इस संबंध में एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने बताया कि इस बार चुनावों में 776 सांसद और 4,120 विधायक भाग ले सकते हैं। राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचन मंडल द्वारा किया जाया है जिसमें लोकसभा, राज्यसभा के सांसद, दिल्ली, पुडुचेरी केन्द्र शासित प्रदेशों और राज्य विधानसभाओं के सदस्य शामिल हैं। इसमें विधान परिषद सदस्य और संसद और विधानसभा में नामित किए गए सदस्य भाग नहीं ले सकते।
जैदी ने कहा कि मतदान गुप्त तौर पर वेलट पेपर के माध्यम से होगा। प्रत्येक मतदाता अपनी वरीयता के आधार पर उम्मीदवारों को अंक देंगे। कम से कम प्रथम वरियता को तय करना अनिवार्य है और बाकी औपचारिक है।
इस बार चुनाव आयोग मतदाताओं के लिए एक विशेष पेन का प्रबंध करेगा जिसे मत मतपत्र के साथ मतदान के समय दिया जाएगा। केवल इसी पेन से मत देना मान्य होगा किसी अन्य पेन का इस्तेमाल करने पर मतपत्र खारिज हो जाएगा।
इस बार राज्यसभा के सेकेट्री जनरल रिटर्निंग ऑफिस होगें। मतदान संसदग और राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश दिल्ली और पुडुचेरी की विधानसभा में होगा।
राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए आवेदक को कम से कम 50 निर्वाचक और 50 अनुमोदक की संतुति देनी होगी। इसके अलावा 15 हजार रुपये जमा कराने होंगे। इसके अवाला कोई राजनीतिक दल राष्ट्रपति चुनाव में मतदान को लेकर विहिप जारी नहीं कर सकते।