राष्ट्रीय
किसान आंदोलन: मप्र बंद, कांग्रेस उतरी सड़कों पर, ट्रकों में लगाई आग, तीन जगह कर्फ्यू
By Deshwani | Publish Date: 7/6/2017 3:52:59 PMमंदसौर/भोपाल, जून (हि.स.) । मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन के दौरान मंदसौर में हुई पुलिस गोली कांड में 6 किसानों की मौत के बाद पूरे मध्य प्रदेश के हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। मंदसौर, पिपलिया मंडी, नाहरगढ़ और मल्हारगढ़ में बुधवार को भी कर्फ्यू लगा है।
वहीं भारतीय किसान संघ और कांग्रेस द्वारा बुधवार को मध्य प्रदेश बंद रखा गया है और राजधानी सहित दो दर्जन जिलों में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। भोपाल की चाैतरफा सीमा पर पुलिस बल तैनात किया गया है और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। दूसरी ओर भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा का कहना है कि मंदसौर पुलिस की गोलीबारी में 6 नहीं 8 किसान की मौत हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा सही आंकड़ा छिपाया जा रहा है।
बुधवार को सुबह-सुबह मंदसौर के हाइवे पर टोल नाके के पास असामाजिक तत्वों ने सरकारी गाड़ियों और खड़े ट्रकों को आग के हवाले कर दिया है। मंदसौर में जाम खुलवाने पहुंचे कलेक्टर स्वतंत्र कुमार के किसानों ने कपड़े फाड़ दिए साथ एसपी से भी अभद्रता की गई। स्थिति को देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। इंदौर, बड़वानी, उज्जैन, सीहोर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने हाइवे पर चक्काजाम कर पथराव कर दिया और मुख्यमंत्री के पुतले जलाए। वहीं उज्जैन में पुलिस और किसानों में झड़प हुई जिसमें पांच पुलिसकर्मी और पांच किसान घायल हुए हैं। हालांकि पूरे प्रदेश खासकर मालवा-निमाड़ में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
मंदसौर में किसानों की मौत के विरोध में कांग्रेस के प्रदेशव्यापी बंद के आह्वान का असर शहर में भी रहा। कांग्रेसी कार्यकर्ता रैली के रूप में शहर बंद करवाने के लिए बाजारों में तोड़फोड़ करते दिखाई दिए। भारतीय किसान यूनियन और कांग्रेस द्वारा किसान आंदोलन के तहत बुधवार को बंद का असर नगर बस सेवा और दूध की सप्लाई पर भी पड़ रहा है। वहीं सब्जी ठेले भी कम नजर आए। अस्पतालों के आसपास भी पुलिस बल तैनात किया गया है। आम आदमी पार्टी ने (आप)बंद का समर्थन किया है।