नई दिल्ली, (हि.स)। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुधवार को हुई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बैठक में केंद्र के तीन साल पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार के तीन साल पूरे हो गए, कहां है सौहार्द और सहिष्णुता?
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर पर मंगलवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई। बैठक का मुख्य अजेंडा कश्मीर और राष्ट्रपति चुनाव रहा। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कांग्रेस ने समान विचार वाले दलों के साथ संपर्क कर एक सब कमिटी बनाने का ऐलान तो किया है लेकिन इनमें कौन-कौन लोग शामिल होंगे, इसे लेकर कोई जानकारी नहीं दी। बैठक में मौजूदा राजनीतिक और आर्थिक हालात, गौरक्षा के लिए हिंसा के अलावा अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चर्चा हुई।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, 'राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सोनिया गांधी ने कहा कि सर्वमान्य उम्मीदवार को लेकर बात हुई। प्रतिनिधियों के सब-ग्रुप बनाए गए हैं, एनडीए सरकार को जो कुछ सफलता मिली, वे सारे प्रॉजेक्ट यूपीए सरकार ने ही शुरू किए थे, मोदी सरकार के तीन साल पूरे हो गए, कहां है सौहार्द और सहिष्णुता?'
पार्टी सूत्रों ने कहा कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में कथित गोरक्षा के नाम पर हिंसा और आर्थिक हालात जैसे मुद्दे पर भी चर्चा हुई। पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने कहा कि नोटबंदी की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान उठाना पड़ा है। इसके अलावा कश्मीर में फैली अशांति का मसला भी बैठक का केंद्र बिंदु रहा।
बैठक के दौरान सोनिया गांधी ने भी निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर जहां सद्भाव था वहां कलह और जहां सहिष्णुता थी वहां उकसावे की बातें हो रही हैं। सोनिया गांधी ने कहा कि एनडीए सरकार जिन सफलताओं का दावा कर रही है वे सारे प्रॉजेक्ट्स यूपीए की सरकार में शुरू किए गए थे।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, मोतीलाल वोरा, गुलाम नबी आजाद, पी चिदंबरम, अंबिका सोनी, जनार्दन द्विवेदी, अहमद पटेल, एके एंटनी, अशोक गहलोत और सीडब्ल्यूसी के दूसरे सदस्य मौजूद हैं।
बैठक के बाद वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने संवाददाता सम्मेलन कर बैठक की जानकारी दी। सबसे पहले अबतक के सबसे भारी रॉकेट जीएसएलवी मार्क-3 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो को बधाई दी। आजाद ने कहा कि मोदी सरकार के 3 साल पूरे हो गए हैं और यह सरकार चाहे जितनी खुशी मना ले, विज्ञापनों पर चाहे जितना पैसा खर्च कर ले, जनता के लिए 3 साल काफी निराशाजनक रहे।
गुलाम नबी आजाद ने एक न्यूज चैनल के प्रमोटर पर पड़े सीबीआई छापे का भी जिक्र करते हुए कहा कि हजारों-लाखों करोड़ों लेकर भागे लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। आजाद ने केंद्र को पब्लिसिटी की सरकार बताते हुए कहा कि 3 सालों के दौरान एससी, एसटी, पिछले, अल्पसंख्यक, महिलाओं और किसानों सबपर अत्याचार बढ़ गया है। उन्होंने सहारनपुर में हालिया हिंसा का भी जिक्र किया। आजाद ने आरोप लगाया कि पूरे देश के किसान त्रस्त हैं। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के किसान आंदोलनरत हैं, पर सरकार उनकी बात सुनने की बजाय उनपर लाठियां बरसा रही है। उन्होंने एक बार फिर रोजगार के वादे के नाम पर मोदी सरकार पर युवाओं को छलने का आरोप लगाया।