नई दिल्ली, (हि.स.)। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा जिले में हुए हमले को विफल करने पर सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के शौर्य और साहस की प्रशंसा की है। सीआरपीएफ के जवानों ने रात भर जाग कर इस हमले को विफल करना प्रेरणादायक है। जम्मू कश्मीर पुलिस का तुरंत साथ में मोर्चा लेना आपसी समन्वय को दर्शाता है। संयुक्त प्रयास से सफलता हासिल कर सुरक्षा बलों की प्रतिष्ठा बढ़ाई है।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'मैं विशेष रूप से सीआरपीएफ की 45 वीं बटालियन को बधाई देता हूं| सीआरपीएफ और जम्मू - कश्मीर पुलिस ने पूरी ताकत और बेजोड़ साहस दिखाया है| संबल कैम्प में तैनात सभी अधिकारी और जवान इसके लिए बधाई के पात्र हैं| उन्होंने बहादुरी का एक उदाहरण पेश किया है।'
गृह मंत्रालय ने सोशल मीडिया ट्विटर पर जारी संदेश में बताया कि सोमवार को आतंकवादियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 45वीं बटालियन के कैम्प पर आत्मघाती हमला करने की कोशिश की। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में चार आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकवादियों के पास से सुरक्षा बलों को भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद मिले हैं।
इस हमले में दोनों तरफ से भारी गोलाबारी हुई है। जवानों ने अद्भुत साहस और शौर्य दिखाते हुए आतंकवादियों के मंसूबों को असफल कर दिया।
सीआरपीएफ के जिस 45वीं बटालियन कैम्प पर हमला हुआ है वो बांदीपुरा के संबल में स्थित है। मारे गए चारों आतंकवादियों के पास से एके राइफल, ग्रेनेड इत्यादि मिले हैं। मारे गए आतंकवादियों के पास से सुरक्षा बलों को पेट्रोल भी मिला है। मंत्रालय के अनुसार आतंकवादी सीआरपीएफ कैम्प में आग लगाना चाहते थे।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल सितंबर में कश्मीर के उरी में स्थित भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए आतंकवादी हमले में 19 जवान मारे गए थे। ज्यादातर जवानों की मौत कैम्प में आतंकवादियों द्वारा लगायी गयी आग की चपेट में आ जाने के कारण हुई थी। उरी हमले में शामिल चार आतंकवादी सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में मारे गए थे। उरी हमले के बाद भारत द्वारा नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में की गई सर्जिकल स्ट्राइक में कई आतंकवादी मारे गए थे और उनके ठिकाने भी नष्ट कर दिए कर दिए गए थे।