फ्रांसीसी राष्ट्रपति के साथ साझा बयान में मोदी ने उठाया जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद का मुद्दा
पेरिस/नई दिल्ली, (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को फ्रांस के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रां के साथ संयुक्त बयान में आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और दोनों देशों की साझा दरोहर जैसे मुद्दे उठाए ।
चार यूरोपीय देशों के दौरे पर निकले नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने अंतिम पड़ाव फ्रांस पहुंचे। इस दौरान मोदी और फ्रांस राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच फ्रांसीसी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एलिसी पैलेस में द्विपक्षीय वार्ता हुई। वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान ने प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर वैश्विक मंच से दोहराया कि आतंकवाद विश्व के लिए खतरा बना हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मानवता के सामने दो बड़े खतरे हैं। पहला है जलवायु परिवर्तन जिसे हम देख नहीं पा रहे वहीं दूसरा है आतंकवाद जिसे हम देख पाते हैं और इससे प्रभावित होते हैं। उन्होंने कहा कि फ्रांस भी इससे पीड़ित है। हमने इन सभी मसलों पर फ्रांस से चर्चा की है। हम इन दोनों से मिलकर निपटेंगे।
जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि भारत के लिए पर्यावरण संरक्षण आस्था का विषय है। उन्होंने कहा कि हमें जो भी मिल रहा है, वह हमारे पूर्वजों की देन है। यह हमारी भी जिम्मेदारी है कि हम आने वाली पीढ़ी को कुछ अच्छा देकर जाएंगे। इस दिशा में हमने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
साझा धरोहर पर अपने बयान में पीएम मोदी ने कहा कि फ्रांस और भारत के द्विपक्षीय संबंध बहुत गहरे हैं। ये वैश्विक संदर्भ में भी महत्व रखते हैं। उन्होंने कहा कि तकनीक, निवेश, रक्षा आदि क्षेत्रों में हमारे संबंध मजबूत हैं। मोदी ने कहा कि चाहे हम स्मार्ट सिटी बनाएं या स्पेस में विकास करें हमें दोनों चीजें देखनी है। पेरिस उनके राजनीतिक टूर में बहुत बड़ा पड़ाव है।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा कि हम भारत आएंगे और सोलर अलायंस पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि सोलर एनर्जी के क्षेत्र में विकास की जरूरत है। साल के आखिरी में मैं भारत का दौरा करूंगा। हमने संस्कृति, शिक्षा और वैज्ञानिक प्रगति के लिए हमने समझौते किए हैं। हमने आतंकवाद के मुद्दे पर भी बात की और इस चुनौती से मिलकर लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
'मेक इन इंडिया' की प्रशंसा करते हुए मैक्रों ने कहा कि हम मोदी जी के साथ काम करने की इच्छा रखते हैं।