राष्ट्रीय
चुनाव आयोग मुख्यालय में शुरू हुई ईवीएम चुनौती, एनसीपी और सीपीआईएम शामिल
By Deshwani | Publish Date: 3/6/2017 10:44:42 AM नई दिल्ली, (हि.स.)। केंद्रीय निर्वाचन आयोग के मुख्यालय में शनिवार को सुबह 10 बजे से राजनीतिक दलों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) चुनौती शुरू हो गई। दोपहर दो बजे तक चलने वाली इस चुनौती में केवल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) के तीन-तीन नामांकित प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। आयोग ने दोनों राजनीतिक दलों के लिए अलग-अलग दो काउंटर बनाए हैं।
हाल में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कई राजनीतिक दलों द्वारा ईवीएम से कथित छेड़छाड़ किये जाने के आरोपों से व्यथित केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने एक बार फिर उन राजनीतिक दलों को मशनों से छेड़छाड़ सिद्ध करने की चुनौती दी है। इस चुनौती कार्यक्रम के लिए उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड सहित 12 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों से 14 ईवीएम मशीन मंगवाई हैं। इन मशीनों का चयन क्रमरहित तरीके से (रैनडमली) किया गया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने बताया कि राजनीतिक दलों को हैकिंग या ईवीएम छेड़छाड़ सिद्ध करने के लिए चार घंटे का समय मिलेगा। उन्होंने कहा कि पार्टियों को इस बात की आजादी होगी कि वह हाल ही में हुए पांच राज्यों में चुनावों के किसी भी चार पोलिंग स्टेशनों से ईवीएम मशीन मंगवा सकती है। उन्होंने कहा की चुनौती में दो चरण होंगे पहले चरण में उन्हें पांच राज्यों में इस्तेमाल मशीनों में फीड चुनाव नतीजों के साथ छेड़छाड़ करके दिखानी होगी क्योंकि उनमें अभी भी परिणाम सुरक्षित है। इसके बाद दूसरे चरण में वह मशीनें दी जाएंगी जिनमें कोई पूर्व चुनाव का आंकड़ा फीड नहीं होगा। इतना ही नहीं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को मशीनों को स्ट्रांग रूम से चुनाव आयोग मुख्यालय तक लाने के दौरान भी मशीनों के साथ यात्रा करने की इजाजत होगी। इसके अलावा चुनौती से पहले मशीनों को खोलकर देखने भी दिया जाएगा।
जैदी ने कहा कि चुनौती के दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि ईवीएम में छेड़छाड़ करने के लिए मशीन के कई बटनों को एक साथ दबाकर, किसी वायरलेस या ब्लूटूथ डिवाइस या एक्सटर्नल डिवाइस का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैदी ने कहा कि चुनौतीकर्ता के ईवीएम मशीन को छेड़छाड़ करने के प्रयास के बाद मशीन यदि काम नहीं करेगी तो वह असफल माना जाएगा। इसके अलावा मशीन से छेड़छाड़ के बावजूद परिणाम प्रभावित नहीं होता है तब भी चुनौतीकर्ता को असफल माना जाएगा।