बिहार
बाबा गरीबनाथ में जलाभिषेक को आये लाखों कांवरिये, टूटी बैरिकेडिंग, एक का हाथ टूटा
By Deshwani | Publish Date: 24/7/2017 2:27:47 PMमुजफ्फरपुर, (हि.स.)| मुजफ्फरपुर में सावन की तीसरी सोमवारी पर करीब ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा गरीबनाथ पर जलाभिषेक किया | मुजफ्फरपुर में तीसरी सोमवारी पर गरीबनाथ मंदिर में कांवरियों का सैलाब उमड़ पड़ा | रविवार की रात से श्रद्धालु जुटने लगे थे | उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिलाधिकारी धर्मेन्द्र सिंह और एसएसपी विवेक कुमार डटे हुए थे|इसके बाद भी कई बार भगदड़ और अफरा तफरी की स्थिति बनी रही| इसमें लगभग डेढ़ दर्जन कांवरियों को चोटें लगी हैं| भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी भी भांजनी पड़ी | गरीबनाथ मंदिर में सावन की तीसरी सोमवारी पर करीब ढाई लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा पर जल चढ़ाने के लिए पहुंचे थे | कांवरियों व श्रद्धालुओं के उमड़े सैलाब से कई बार स्थिति अनियंत्रित हो गयी| कई बार भगदड़ हुई, लेकिन प्रशासन ने तुरंत स्थिति पर काबू किया| वहीं स्वयंसेवकों ने भी स्थिति संभालने में काफी मदद की| भीड़ पर काबू करने के लिए पुलिस ने बलप्रयोग का भी सहारा लिया, तब जाकर स्थिति कंट्रोल में आयी| जानकारी के अनुसार रविवार की रात दस बजे तक लगभग 80 हजार से अधिक श्रद्धालु बाबा गरीबनाथ पर जलाभिषेक कर चुके थे, लेकिन रात 12 बजे से कांवरियों की भीड़ अचानक बढ़नी शुरू हो गयी| इतना ही नहीं, रात साढ़े 12 बजे तक मंदिर से रामदयालु चौक तक करीब पांच किमी लंबी लाइन लग गयी| रात सवा एक बजे हरिसभा चौक से शेखर सिनेमा के बीच कांवरियों का प्रेशर बढ़ गया| कतार में लगे श्रद्धालुओं के बीच धक्का-मुक्की से वहां लगाये गये बैरिकेडिंग टूट गयी| भगदड़ व अफरा तफरी की स्थिति डेढ़ दर्जन से अधिक कांवरियों को चोटें लगी हैं|बैरिकेडिंग टूटने के बाद उसमें लगे बांस-बल्लों से कांवरियों को ज्यादा परेशानी हुई | इसमें फंस कर कई श्रद्धालु सड़क पर गिर गये |वहीं भीड़ में दबने व धक्का-मुक्की में एक कांवरिये का हाथ टूट गया | कई लोगों के बेहोश होने की भी बात कही जा रही है | बताया जाता है कि भीड़ को देखते हुए रात भर जिलाधिकारी व एसएसपी जमे रहे और अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते रहे| प्रशासन को जैसी ही भगदड़ व अफरातफरी की स्थिति की जानकारी मिली, अधिकारियों ने आनन-फानन में मोर्चा संभाला | स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हरिसभा चौक के पास देवी मंदिर की तरफ भी वैकल्पिक व्यवस्था के तहत श्रद्धालुओं की कतार लगायी गयी, तब जाकर कुछ हद तक स्थिति पर कंट्रोल किया जा सका | दोपहर 12 बजे के बाद भीड़ के सामान्य हो जाने के बाद जिला प्रशासन ने चैन की साँस ली|